जगन मोहन रेड्डी मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, 11 अप्रैल को नई कैबिनेट का हो सकता है गठन
आंध्र प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने मंत्रिमंडल के प्रस्तावित पुनर्गठन से पहले मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल का पुनर्गठन 11 अप्रैल को हो सकता है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने बीती रात को राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ एक बैठक की, जिसमें मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन पर चर्चा की गई।
अमरावती। आंध्र प्रदेश के सभी मंत्रियों ने बुधवार को अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि साल 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जगन मोहन रेड्डी मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करने वाले हैं और इसी के तहत सभी 24 मंत्रियों से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जगन मोहन रेड्डी नए मंत्रिमंडल में महज एक-दो पुराने चेहरों को ही शामिल कर सकते हैं और बाकी के नए चेहरों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
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#UPDATE | Andhra Pradesh Cabinet dissolved. After completing the final Cabinet meeting, all Ministers have submitted their resignation letters to Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy at the State Secretariat.
— ANI (@ANI) April 7, 2022
मुख्यमंत्री ने दिए थे मंत्रिमंडल पुनर्गठन के संकेत
जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद 2019 में ही मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि कार्यकाल के बीच में मंत्रिमंडल पुनर्गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि ढाई साल बाद वो मंत्रिमंडल के कम से कम आधे हिस्से को बदल देंगे। ऐसे में उन विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सके जिन्हें पहले मौका नहीं मिल पाया है। ऐसे में दिसंबर 2021 में जगन मोहन रेड्डी सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में देरी हो गई।
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11 अप्रैल को नए मंत्रिमंडल का गठन संभव
माना जा रहा है कि जगन मोहन रेड्डी जातीय समीकरण को साधते हुए नए मंत्रिमंडल का गठन 11 अप्रैल को कर सकते हैं। जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ एक बैठक की, जिसमें मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन पर चर्चा की गई। आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में 13 नए जिलों का गठन किए जाने के बाद जिलों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। ऐसे में हर जिले से करीब-करीब एक नेता को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
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