आंध्र रेल हादसाः मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हुई, जगनमोहन रेड्डी दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे
मरम्मत का काम किया जा रहा है और उम्मीद है कि आज शाम तक रेल संचालन बहाल कर दिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ गयी थी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने हादसे पर दुख जताते हुए अधिकारियों को, जान गंवाने वाले राज्य के लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, रेड्डी ने अन्य राज्यों के मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। ईसीआर ने हादसे से जुड़ी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है।
आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हावड़ा-चेन्नई लाइन पर रविवार को हुए रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है जबकि 50 लोग घायल हुए हैं। विजयनगरम के संयुक्त जिलाधीश मयूर अशोक ने सोमवार को यह जानकारी दी। अशोक ने कहा, ‘‘मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गयी है जिनमें से 13 लोगों की मौत दुर्घटनास्थल पर ही हो गयी थी और एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हुई।’’ पुलिस अधीक्षक एम दीपिका ने बताया कि हादसे में 50 लोग घायल हुए हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घायलों को विशाखापत्तनम और विजयनगरम के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पलासा पैसेंजर ट्रेन के गार्ड एम एस राव (58) की हादसे में मौत हो गयी है। इसके साथ ही रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट एस एम एस राव (52) और उनके सहायक चिरंजीवी (29) की भी मौत हो गयी है।
पूर्व तट रेलवे (ईसीआर) मंडल के वाल्टेयर मंडलीय रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) सौरभ प्रसाद ने गार्ड की मौत की पुष्टि की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और विजयनगरम में इलाज करा रहे घायलों से भी मुलाकात करेंगे। पूर्व तट रेलवे (ईसीआर) के अधिकारियों ने बताया कि रविवार शाम सात बजे के आसपास विशाखापत्तनम से लगभग 40 किलोमीटर दूर कांतकपल्ले में पलासा पैसेंजर ट्रेन ने रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे उसके तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। प्रसाद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सभी प्रभावित बोगियों की जांच की गयी और रेल के इंजन को अब हटाया जा रहा है ताकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) यह देख सके कि कोई शव बोगी या रेल के इंजन में फंसा तो नहीं है।
डीआरएम ने कहा कि पांच बोगियों के साथ साथ रेल का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया है। तीन बोगियां पलासा पैसेंजर ट्रेन की हैं और दो बोगियां तथा इंजन रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन की हैं। उन्होंने बताया कि रेल की पटरियों से अवरोध हटाने का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके तहत दो बोगियों को हटाया गया है और तीसरी बोगी को हटाया जा रहा है। ट्रेन की आवाजाही आज बहाल की जा सकती है। प्रसाद ने कहा कि कोलकाता की ओर डाउन लाइन तथा विजयवाड़ा की ओर अप लाइन पर दोपहर तक यातायात बहाल किया जा सकता है। इस दुर्घटना के बाद पूर्व तट रेलवे और दक्षिणी मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया या उनका मार्ग परिवर्तित कर दिया गया या उनके समय में परिवर्तन कर दिया गया है। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने कहा, ‘‘14 यात्रियों की मौत हो गयी है।
इसमें एक लोको पायलट और एक गार्ड शामिल है। करीब 50 लोग घायल हुए हैं जिनमें से 29 का अब भी अस्पताल में उपचार चल रहा है। बाकी को मामूली चोटें आयी थीं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। मरम्मत का काम किया जा रहा है और उम्मीद है कि आज शाम तक रेल संचालन बहाल कर दिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ गयी थी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने हादसे पर दुख जताते हुए अधिकारियों को, जान गंवाने वाले राज्य के लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, रेड्डी ने अन्य राज्यों के मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। ईसीआर ने हादसे से जुड़ी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है।
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