सुरक्षा प्रतिष्ठान आकार में बदलाव से सशस्त्र बल कमजोर नहीं हुए हैं: सीतारमण
मंत्री ने कहा कि आज भारत की सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ थल सेना, नौसेना और वायुसेना के जरिए नहीं है। साइबर क्षेत्र सहित यह विभिन्न तरह के खतरों का सामना कर रही है।
मुंबई। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश के सुरक्षा प्रतिष्ठान के आकार में हालिया बदलावों से उनके मंत्रालय के प्राधिकार और सशस्त्र बल कमजोर नहीं हुए हैं। सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सुरक्षा संबंधी विषयों के लिए अंतर मंत्रालयी समन्वय में एक अहम भूमिका निभाते हैं।
रक्षा मंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में सुरक्षा प्रतिष्ठान के आकार में बदलावों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह कहा। दरअसल, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की सहायता करने के लिए राजग सरकार द्वारा रणनीतिक नीति समूह का हाल ही में पुनर्गठन किए जाने के बाद कुछ हलकों ने उसकी आलोचना की थी।
मंत्री ने कहा कि आज भारत की सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ थल सेना, नौसेना और वायुसेना के जरिए नहीं है। साइबर क्षेत्र सहित यह विभिन्न तरह के खतरों का सामना कर रही है। सीतारमण ने कहा कि आपको अंतर - मंत्रालयी समन्वय की जरूरत है, जहां एनएसए एक भूमिका निभाता है।
अन्य न्यूज़