सेना ने दार्जीलिंग, कालिमपांग, कुरसेआंग में फ्लैग मार्च निकाला
हिंसा प्रभावित दार्जीलिंग शहर में हालात में आज सुधार दिखाई दिया और सेना ने इस शहर के साथ ही कुरसेआंग और कलिमपांग में फ्लैग मार्च निकाला।
दार्जीलिंग। हिंसा प्रभावित दार्जीलिंग शहर में हालात में आज सुधार दिखाई दिया और सेना ने इस शहर के साथ ही कुरसेआंग और कलिमपांग में फ्लैग मार्च निकाला। पश्चिम बंगाल सरकार ने दार्जीलिंग के अलावा कुरसेआंग और कलिमपांग पहाड़ी क्षेत्रों के लिए एहतियातन सेना को बुलाया था। दार्जीलिंग में गुरुवार को बड़े स्तर पर हिंसा और तोड़फोड़ देखने को मिली। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘कुल छह कॉलम तैनात किये गये हैं। तीन दार्जीलिंग शहर में, दो कालिमपांग में और एक दार्जीलिंग जिले के कुरसेआंग में तैनात किया गया है।’’
इन जगहों पर सेना के अलावा सीआरपीएफ के तीन कॉलम को भी तैनात किया गया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सेना, सीआरपीएफ और प्रशासन एक दूसरे के साथ तालमेल से काम कर रहे हैं और हालात नियंत्रण में हैं।’’ जीजेएम के समर्थकों का गुरुवार को पुलिस के साथ संघर्ष हो गया था। उन्होंने पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया और कुछ में आग भी लगा दी। इसके बाद अशांत दार्जीलिंग क्षेत्र में गुरुवार रात सेना को बुलाया गया।
इससे पहले पहाड़ी क्षेत्रों में स्कूलों में बांग्ला भाषा को थोपने के खिलाफ जीजेएम समर्थकों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट बैठक के स्थल तक मार्च का प्रयास किया जिन पर पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। फिलहाल पर्यटकों से भरा दार्जीलिंग कई महीने से शांत था। अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर यहां काफी समय पहले जीजेएम का आंदोलन चला था जो इस समय ठंडा पड़ा था। लेकिन गुरुवार को नये सिरे से हिंसा उस समय भड़क गयी जब बिमल गुरंग की अगुवाई वाली पार्टी ने राजभवन तक मार्च निकालने का आह्वान किया जहां कैबिनेट बैठक चल रही थी।
अन्य न्यूज़