अर्नब की व्हाट्सएप बातचीत मामले की जांच हो, संसद में उठाएंगे मुद्दा: कांग्रेस
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एके एंटनी, सुशील कुमार शिंदे, गुलाम नबी आजाद और सलमान खुर्शीद ने इस विषय को लेकर सरकार पर निशाना साधा और यह भी कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे अभियान की जानकारी सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे कुछ लोगों को होती है और ऐसे में इसका पता लगना चाहिए कि यह संवेदनशील जानकारी कैसे लीक हुई।
उनके मुताबिक, देश के आम लोगों और राजनीतिक दलों के बीच कई मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय आता है तो फिर पूरा देश एक होता है। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी और बहुत संवेदनशील जानकारी कुछ ऐसे लोगों के पास थी जिनके पास नहीं होनी चाहिए। शहीद जवानों के बारे में जिस का इस्तेमाल किया गया उससे मैं बहुत दुखी हूं।’’ पूर्व रक्षा मंत्री ने सवाल किया, ‘‘सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे सिर्फ चार-पांच लोगों को इस तरह के अभियान के बारे में पता होता है, ऐसे में बालाकोट एयर स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले एक पत्रकार को इस बारे में कैसे पता चला?’’ उन्होंने कहा, ‘‘गोपनीय जानकारी लीक करना एक आपराधिक कृत्य है। सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है।इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की जांच जरूरी है।’’So these documents were released to this journalist by one of those 4-5 civilian people who are in the top position of the govt, either Minister or senior official who are concerned with National Security. Only they can leak these documents: Shri AK Antony #GaddarBJPArnab
— Congress (@INCIndia) January 20, 2021
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पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ‘‘संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे। सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत जो करना चाहिए था वो नहीं किया। मुझे उम्मीद है कि जांच होगी और जो गुनाह हुआ है उसकी सजा मिलेगी।’’ पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने व्हाट्सएप बातचीत में न्यायपालिका के संदर्भ में कथित तौर पर उल्लेख होने का हवाला देते हुए कहा, ‘‘न्यायपालिका न्याय का मंदिर है। इस व्हाट्सएप बातचीत में जो बातें सामने आई है, वो बहुत दुखद है। गंदी राजनीति से न्यायपालिका को दूर रखा जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बारे में जो बातें की गई हैं वो बहुत दुखद हैं। ये बातें बहुत विचिलित करती हैं।’’ कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ‘‘इसकी जांच होनी चाहिए कि अर्नब गोस्वामी को सूचनाएं किसने दीं और अर्नब ने कहां-कहां ये सूचनाएं दीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
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