अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बाढ़ के हालात का जायजा लिया
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक बुलाई थी। चार जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
इटानगर। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए यहां एक उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक बुलाई थी। चार जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बैठक उनके नई दिल्ली से वापस आने के बाद मंगलवार रात हुई। यहां आज जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार किसी भी तरह की आपदा जैसी स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए तैयारी की जरूरत पर बल देते हुए खांडू ने सभी विभागों से मुख्य सचिव की निगरानी में समवन्य करने और एक राज्य आपात राहत योजना तैयार करने को कहा।
उपमुख्यमंत्री चौना मीन ने कहा कि नाओ-दिहिंग नदी के रास्ता बदल लेने की वजह से नेमसाई जिले में स्थिति गंभीर है। नदी ने महादेवपुर शहर की ओर अपना रास्ता करीब 2000 मीटर बदल लिया है। उन्होंने कहा कि अगर नदी के रूख को नहीं बदला गया तो महादेवपुर और नेमसाई जिले के हिस्सों में हालात और खराब हो सकते हैं। मुख्यमंत्री मौसम में सुधार होने पर बाढ़ प्रभावित जिलों लॉअर दिबांग घाटी, लोहित और चांगलान्ग के साथ ही नेमसाई का हवाई सर्वेक्षण कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को आदेश दिया कि वह जिला अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों को पर्याप्त राहत सामग्री, जरूरी सामान और पीने के पानी जैसा बुनियादी जरूरत का सामान मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर ऐसे क्षेत्रों में, जिनका सड़क संपर्क टूट चुका है, जरूरी सामान पहुंचाने के लिए के लिए विमानों की सेवा ली जाएगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि खांडू ने प्रभावित लोगों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को सख्त निर्देश जारी करते हुए खांडू ने कहा, ''किसी की जान नहीं जानी चाहिए, इसके लिए अतिरिक्त एहतियाती उपाय और देखभाल की जाए।’’
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