असदुद्दीन ओवैसी ने PM मोदी और RSS पर साधा निशाना, 1947 के ऑर्गेनाइजर पत्रिका की मांग का किया जिक्र
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरएसएस उनकी नींव और उन्हें इससे राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा मिली। वह हमसे तिरंगा डीपी लगाने और रैलियां निकालने के लिए कह रहे हैं। लेकिन आरएसएस ने आजाद भारत को नकार दिया था।
नयी दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को हर घर तिरंगा अभियान के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ऑर्गेनाइजर पत्रिका आरएसएस का मुखपत्र है। जिसके जरिए मांग की गई थी कि राष्ट्रीय ध्वज का रंग भगवा होना चाहिए।
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असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरएसएस उनकी नींव और उन्हें इससे राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा मिली। वह हमसे तिरंगा डीपी लगाने और रैलियां निकालने के लिए कह रहे हैं। लेकिन आरएसएस ने आजाद भारत को नकार दिया था। आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइज़र ने अपने विचारों को दर्शाते हुए मांग की कि राष्ट्रीय ध्वज का रंग भगवा होना चाहिए।
इस संबंध में समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैंने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि ऑर्गेनाइजर पत्रिका आरएसएस का मुखपत्र है। 17 जुलाई, 1947 को उन्होंने कहा था कि देश के राष्ट्रीय ध्वज का रंग भगवा होना चाहिए। देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि आरएसएस उनकी नींव है, उन्हें इससे प्रेरणा मिली है।
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उन्होंने कहा कि आरएसएस पत्रिका ने ये भी कहा है कि झंडे में तीन रंग बुरे हैं। प्रधानमंत्री और भाजपा को बताना चाहिए कि उन्होंने जो कहा है वह सही है या गलत, ये उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।
.@PMOIndia said #RSS was his “foundation” & “inspiration to live for nation”. He’s asking us to put tiranga DPs & take out rallies, but RSS had rejected independent India & 🇮🇳. RSS mouthpiece Organiser, reflecting its views demanded that bhagwa flag be national flag (17.7.47)1/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 4, 2022
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