महाराष्ट्र की राजनीति के केंद्र में अयोध्या, अब एकनाथ शिंदे जाएंगे रामनगरी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि वह जल्द ही अयोध्या जाएंगे। जिसके लिए तारीख को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। हाराष्ट्र का सीएम बनने के बाद उनका ये पहला अयोध्या दौरा होगा।
प्रभु श्रीराम की अयोध्या लंबे समय से भारत की राजनीति के केंद्र में रही है। लेकिन इसके साथ ही अयोध्या महाराष्ट्र की राजनीति में भी सुर्खियां बटोरती रही है। उद्धव ठाकरे की तरफ से अयोध्या के विवादित ढांचे को ढहाने का श्रेय शिवसैनिकों को देने के साथ ही खुद को असली हिंदुत्ववादी साबित करने का प्रयास किया जाता रहा है। वहीं उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के द्वारा ढांचा ढहने के दिन यानी 6 दिसंबर 1992 को स्वयं अयोध्या में मौजूदगी की बात का दावा किया गया। इसके साथ ही महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की तरफ से भी अयोध्या जाने की योजना बनाई गई, हालांकि फिर इसे टाल दिया गया। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नवंबर में अयोध्या जाने का ऐलान किया है।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि वह जल्द ही अयोध्या जाएंगे। जिसके लिए तारीख को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। हाराष्ट्र का सीएम बनने के बाद उनका ये पहला अयोध्या दौरा होगा। आखिरी बार उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने से चंद दिनों पहले ही उनके बेटे आदित्य ठाकरे के साथ वे अयोध्या गए थे। चर्चा ये भी है कि इस बार वे अपने सांसद बेटे श्रीकांत और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी साथ ले जाएंगे।
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महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि समृद्धि महामार्ग चरण 1 (शिरडी से नागपुर) का उद्घाटन नवंबर 2022 में किया जाएगा। जबकि मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का उद्घाटन एक साल के भीतर किया जाएगा और तटीय सड़क दिसंबर 2023 तक पूरी हो जाएगी।
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