सहारनपुर जातीय हिंसा का मास्टरमाइंड चंद्रशेखर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पिछले दिनों भड़की जातीय हिंसा के आरोपी भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को राज्य पुलिस ने आज हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पिछले दिनों भड़की जातीय हिंसा के आरोपी भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को राज्य पुलिस ने आज हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से गिरफ्तार कर लिया। मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक आनन्द कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने चंद्रशेखर को हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया। सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के बाद से ही चंद्रशेखर फरार चल रहा था। उस पर 12 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में गत पांच मई को हुई जातीय हिंसा के पीछे चंद्रशेखर का हाथ बताया जा रहा था।
चंद्रशेखर ने कहा था, ‘‘सहारनपुर हिंसा के वास्तविक अपराधियों को पकड़ने के बजाय पुलिस ने निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है। इससे दलितों में गुस्सा भर रहा है।’’ पेशे से वकील चंद्रशेखर और उसके साथी विनय रत्न सिंह ने जुलाई 2015 में भीम आर्मी का गठन किया था। हालांकि इसका मकसद सहारनपुर के दलितों के हितों की रक्षा करना था, मगर गत अप्रैल में अम्बेडकर जयन्ती के मौके पर हुए बवाल के बाद यह संगठन सुर्खियों में आया था। सहारनपुर में हिंसा की शुरुआत गत पांच मई को शब्बीरपुर से हुई थी। उस दिन हुई घटना में दो जातियों के लोगों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा कई अन्य घायल हो गये थे। साथ ही 25 मकानों को आग लगा दी गयी थी। उसके बाद से ही जिले में रह-रहकर छिटपुट हिंसा हो रही थी।
उसके बाद गत 23 मई को एक बार फिर हिंसा भड़की, जिसमें एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी तथा दो अन्य घायल हो गये। उसके बाद सरकार ने सहारनपुर के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निलम्बित कर दिया था जबकि मण्डलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को स्थानान्तरित कर दिया था।
इस बीच, विपक्षी दलों को सहारनपुर के बहाने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया। बसपा मुखिया मायावती ने शब्बीरपुर का दौरा किया। इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीड़ितों से मुलाकात की।
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