गोरखपुर की बड़ी खबरें: नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोपी छत से कूदा, बिजली के तार से झूलसा

Big news

गोरखपुर :- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 कालिदास आवास लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर 11 से 14 अप्रैल तक ‘टीका उत्सव’ का आयोजन किया जिसमें 45 वर्ष से अधिक के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

गोरखपुर में  11 से 14 अप्रैल तक ‘टीका उत्सव’ का आयोजन किया  जाएगा

गोरखपुर :- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 कालिदास आवास लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर  11 से 14 अप्रैल तक ‘टीका उत्सव’ का आयोजन किया  जिसमें 45 वर्ष से अधिक के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। ‘टीका उत्सव’ के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  लोगों से अपील की  कि ‘टीका उत्सव’ के दौरान बड़ी संख्या में वे टीका लगवाएं। कोविड-19 की स्थिति और टीकाकरण अभियान तथा कोरोनावायरस से प्रतिदिन बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए जिन जनपदों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है वहां उसका सख्ती से पालन किया जाए जिससे नाइट कर्फ्यू लागू करने का मकसद सार्थक हो सके यह तभी संभव है जब अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे अन्यथा नाइट कर्फ्यू लगाने का कोई तात्पर्य सार्थक नहीं हो पाएगा |

11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव टीकाकरण में आने वाले लाभार्थियों की क्या उत्सुकता रही उस विषय को लेकर उसकी समीक्षा की ताकि ‘टीका उत्सव’ के दौरान अगर चार दिनों में बर्बादी नहीं होगी तो इससे हमारे टीकाकरण की क्षमता बढ़ेगी जिन जनपदों में कोरोना संक्रमित  मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है उसको नियंत्रित करने के लिए बाहर निकलने वाला हर व्यक्ति मास्क जरूर लगाये  और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। रेलवे स्टेशन बस स्टेशन और हवाई यात्रा से आने वाले हर व्यक्तियों का कोरोना चेकअप जरूर कराया जाए पूजा स्थलों पर 5 व्यक्तियों से अधिक प्रवेश न दिया जाए शादी ब्याह के कार्यक्रमों में 100 के स्थान पर अब पचास हो सकेंगे सम्मिलित खुले स्थानों पर 200 के स्थान पर 100 हो सकेंगे सम्मिलित इसका अनुपालन कर आना अति आवश्यक है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान एडीजी जोन अखिल कुमार डीआईजी डॉ प्रीतिंदर सिंह मंडलायुक्त जयंत नालिर्कर जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी अपर आयुक्त अजय कांत सैनी सीडीओ इंद्रजीत सिंह प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर गणेश कुमार सीएमओ डॉक्टर सुधाकर पांडेय पुलिस अधीक्षक अपराध डॉक्टर महेंद्र पाल सिंह एवं प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधक निर्देशक सहित अन्य संबंधित डॉ व अधिकारी मौजूद रहे।

इसे भी पढ़ें: राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी शिविर में दो कोच कोविड पॉजिटिव, पृथकवास में रखा गया

 

 गोरखपुर में कोविड 19 का कहर

 कोविड संक्रमण के बढ़ते हुये सक्रमण के दृष्टिगत जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन ने समस्त नर्सिंग होम/अस्पताल/क्लीनिक संचालकों से अपील करते हुये कहा है कि आप सब अवगत है कि कोविड-19 एक विश्वव्यापी महामारी के रूप में पूरे विश्व के करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है जनपद मे इस वैश्विक महामारी ने लगभग 30 हजार लोग संक्रमित किया गया है वर्तमान समय में जन सामान्य मे इसके प्रति सर्तकताकम होती  दिख रही है  इन परिस्थितियो में कोविड-19 के संक्रमण की दर बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। 

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के लिए मजबूती से आवाज उठाने वाले आई ए रहमान का निधन

 जिलाधिकारी ने सभी नर्सिंग होम/अस्पताल/क्लीनिक संचालकों से अपील करते हुये कहा है कि कोविड-19 के ईलाज के लिये वे भी प्रशासन का सहयोग करें और कोविड अस्पताल बनाने के लिये आवेदन  करें । जिलाधिकारी ने समस्त नर्सिंग होम/अस्पताल/क्लीनिक संचालको को दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया  है उन्होने  कहा कि अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स से संबंधित दिशा निर्देशों का पालन कराना सुनिश्चित करें, अस्पताल में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना तथा कोविड से संबंधित दिशा-निर्देश पटिट्का का प्रदर्शन सुनिश्चित करे, 10 बेड से अधिक क्षमता वाले के अस्पताल अपने यहां पब्लिक एड्रेस सिस्टम की स्थापना करें एवं जन सामान्य को कोविड-19 एवं इससे बचने के उपाय उसके बारे में जागरूक करें, ओपीडी के मरीजों के साथ केवल एक तीमारदार को आने दे यथासंभव फोन पर एप्वाइन्मेट देने की व्यवस्था करें सभी संभावित मरीजों का कोविड-19 आरटीपीसीआर/ एंटीजन किट टेस्ट अवश्य कराएं टेस्ट हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंरगावा एवं विधि विज्ञान प्रयोगशाला जिला चिकित्सालय के सामने 24*7 की जांच की सुविधा उपलब्ध है इसके अतिरिक्त निर्धारित दर पर अधिकृत पैथालॉजी केंन्द्रों से जांच कराई जा सकती है अस्पताल में कोविड मरीज पाए जाने पर इसकी लिखित सूचना संपूर्ण विवरण के साथ तत्काल कार्यालय में मुख्य अधिकारी के दूरभाष नंबर 0551- 2202205 /2204196/9532797104/9532041882  पर इंटीग्रेटेड कोविड कमान्ड सेंटर को अवगत कराएं।

जिलाधिकारी ने आगे कहा कि किसी कोविड पाजीटीव मरीज की स्थिति गंभीर प्रतीत हो तो उसे बिना समय बर्बाद किए यथाशीघ्र उच्चीकृत कोविड अस्पताल में रेफर करें जिससे मरीज के इलाज समय और धन की अनावश्यक बर्बादी ना हो कोविड मरीज की अधिकृत कोविड अस्पताल में भेजे जाने से पूर्व यह सुनिश्चित कर ले कि करने कि संबंधित केंद्र में बेड रिक्त है अन्यथा की स्थिति में अपने अस्पताल मे आईसोलेशन कक्ष में स्थानांतरित कर आईपीसी के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मरीज का इलाज करें,  मरीज के जाने के बाद  वह जिस कक्ष   में रखा गया था उसे सैनिटाइज कर दो दिनों के लिए बंद कर दें यदि मरीज को वार्ड में रखा गया हो तो वार्ड खाली कराकर दो दिन के लिए बंद कर करा दें, उस मरीज के अगल-बगल के दो-दो बेड आगे व पीछे के एक-एक बेड पर एडमिन मरीजों का कोविड टेस्ट करा लें अस्पताल के ऐसे चिकित्सक व कर्मचारी जो मरीज के संपर्क में हैं उन्हें होम क्वारनटाइन करा दें संपर्क के 5 से 7 दिन के बीच में  सम्र्पक मे आए चिकित्सक पैरामेडिकल कार्मिकों का कोविड जांच करा लें और रिपोर्ट से अवगत कराएं। इंफेक्शन प्रिवेंशन कंट्रोल प्रोटोकाल के दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करें यदि किसी मरीज की कोविड सेे मृत्यु हो जाती है तो उसके डेड बॉडी पर लगे सभी टयूब्स,डेन एवं कैथेटर्स हटा दें मुंह, नाक, कान, ओरफिसेज को सील कर दें ताकि डेडबॉडी के तरल लीकेज ना हो डेड बॉडी को एक परसेंट सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से विसंक्रमित करें तथा जिपर युक्त बैग में रखें तदोपरांत डेड बॉडी को उसके परिजनों को सौंप दें। आवश्यकता अनुसार ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था भी करें। 

एसएसपी ने सड़क पर उतर नाइट कर्फ्यू का किया निरीक्षण-

गोरखपुर :- 11 से 18 अप्रैल तक प्रतिदिन रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक जिला प्रशासन द्वारा नाइट कर्फ्यू की घोषणा के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने सड़कों पर उतर कर नाइट कर्फ्यू का हकीकत जाना व परखा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चेन को रोकने के लिए लगाए गए रात्रि 9 बजे से 18 अप्रैल सुबह 6 बजे तक  प्रतिदिन रात्रि 9 से 6 तक नाइट कर्फ्यू का सड़कों पर उतर कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने अनुपालन कराया।  एसएसपी ने बताया कि शासन और प्रशासन के निर्देश पर रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक 18 अप्रैल तक प्रतिदिन रात्रि में जनपद के महानगर सहित सभी टाउन एरिया में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है हमारे सभी पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी थाना प्रभारी चौकी प्रभारी अपने अपने सहयोगियों के साथ अपने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए आम जनमानस को जागरूक करते हुए नाइट कर्फ्यू का पालन करा रहे हैं जिससे बढ़ते कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सके जो लोग बाहर निकल रहे हैं उन्हें अपने घरों में 9 बजे से सुबह 6 बजे तक रहने का निवेदन कर रहे हैं जो लोग बाहर से आकर अपने अपने घरों को जा रहे हैं उन्हें हमारी पुलिस के जवान उन्हें अपने गंतव्य तक जाने के लिए मदद कर रहे हैं |

11 अप्रैल कोरोना कर्फ्यू (नाइट कर्फ्यू) के पहले दिन लगभग 95% लोग  स्वयं नाइट कर्फ्यू का पालन करते हुये पाये गये बचे 5%  लोग या तो अपने इमरजेंसी कार्यों के लिए निकले थे या उन लोगों को जानकारी नहीं था वे  अपने अपने घरों को जल्दी जल्दी पहुंचने का प्रयास कर रहे थे जिसका मदद हमारी पुलिस कर रही है वैसे तो 9 बजते ही सड़कों पर सन्नाटा दिखाई देना शुरू हो गया था जो लोग दिखाई दे रहे थे वह भी अपने अपने घरों को जल्दी-जल्दी पहुंचने के लिए आतुर थे पहले दिन  कुछ जगहों पर स्टेशन या अपने घरों पर जाने के लिए  भागते हुए लोग दिखाई दिए। गोरखपुर क्षेत्राधिकारी कैंट अजय कुमार सिंह सड़कों पर उतर कर 9 बजे के बाद दिखाई देने वालों को समझा कर जल्दी से अपने अपने घरों को पहुंचने का निर्देश दिया उन्होंने बताया कि नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है कृपया उसका अनुपालन करें और सड़कों पर बेवजह दिखाई दिए तो चालान करना हमारे कर्मचारियों का स्वभाविक होगा  नाइट कर्फ्यू का पालन करें अपने घरों में सुरक्षित रहें। 

 

नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोपित  छत से कूदा, बिजली के तार से झूलसा  मेडिकल कॉलेज में मौत

गोरखपुर :- कोतवाली थाना अंतर्गत छोटे काजीपुर निवासी मोहम्मद कैफ 17 वर्षीय नाबालिक लड़की के अपरहण में  आरोपित पुलिस को देख छत से कूदा बिजली के तार में लटका मेडिकल कॉलेज में तोड़ा दम। नाबालिग लड़की के अपहरण के आरोपित की तलाश में पुलिस ने रविवार की दोपहर में कोतवाली इलाके के छोटेकाजीपुर में उसके दोस्त के घर दबिश दी तो वह पुलिस से बचने के लिए घर की पहली मंजिल से कूद गया। घर के सामने से जा रही बिजली के तार की चपेट में आने से झुलस गया। गंभीर हाल में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौत की खबर सामने आने के बाद एहतियातन इलाके में फोर्स लगा दी गई है। उधर, मृतक के घरवालों ने पुलिस पर धक्का देने का आरोप लगाया है। एसएसपी ने एसपी सिटी को मामले की जांच सौंप दी है।

कोतवाली इलाके के छोटेकाजीपुर निवासी मोहम्मद कैफ सहित दस लोगों के ऊपर नौ अप्रैल को 17 साल की नाबालिग लड़की के अपहरण सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में मोहम्मद कैफ मुख्य आरोपित था। कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर किशोरी के पिता ने बताया था कि नौ अप्रैल को मेरी बेटी लापता हो गई थी। जब मैंने छानबीन की तो पता चला कि मो कैफ ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बेटी का अपहरण किया है।  मैंने इसकी उलाहना उसके घरवालों को दी। इससे नाराज होकर कैफ के भाई सैफ शेख अपने साथी मोहसिन सैम ,फरहान शेख ,नासिर शाहरुख शेख, जमीर अहमद, रेहान, समीर सैफ के साथ मेरे घर चढ़कर पथराव शुरू कर दिया।परिवार के लोगों ने घर में छिपकर जान बचाई। 

कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। कैफ की तलाश में रविवार को कोतवाली थाने की एक टीम उसके दोस्त के घर दबिश देने गई थी। पता चला कि मो. कैफ दोस्त के घर पर ही लड़की के साथ मौजूद है। पुलिसवालों के मुताबिक उसे पकड़ने की कोशिश की गई  तो वह पुलिस से बचने के लिए छत से कूद गया और घर के सामने से गुजर रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आकर गंभीर रुप से झुलस गया। अपहृत किशोरी को मुक्त कराने के बाद पुलिस ने गंभीर रुप से झुलसे आरोपित को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। 

दोपहर में मेडिकल कालेज पहुंचे एसएसपी ने कैफ के परिवारीजनों से घटना की जानकारी ली और एसपी सिटी को पूरे मामले की जांच सौंप दी है।हत्‍या की दी थी धमकी किशोरी के पिता का कहना था कि पुलिस से शिकायत करने पर आरोपितों ने बेटी की हत्या कर लाश फेंक देने की धमकी दी। तहरीर के आधार पर बलवा छेड़खानी मारपीट व अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस ने मोहम्मद कैफ व अन्य आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी।सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि रविवार सुबह 10 बजे सूचना मिली कि मोहम्मद कैफ ने अपहृत किशोरी को छोटेकाजीपुर में रहने वाले अपने एक दोस्त के घर में छिपाया है। सूचना के आधार पर पुलिस पहुंची। दारोगा व सिपाहियों को देखकर आरोपित भागने के लिए छत से कूद गया। बगल से गुजरे हाईटेंशन तार की चपेट में आने के बाद सड़क पर गिर गया। अपहृत किशोरी को बरामद कर लिया गया है। आरोपित मेडिकल कालेज में भर्ती है।

मोहम्मद कैफ के घरवालों ने कैफ की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने दबिश देने गई टीम पर मोहम्मद कैफ को छत से धक्का देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने कैफ को पकड़ लिया था। पकड़ने के बाद छत से धक्का दिया है। हालांकि पुलिसवालों ने इस आरोप को एक सिरे से खारिज कर दिया है। पुलिसवालों के मुताबिक एक अन्य लड़की के अपहरण के आरोप में पहले भी वह जेल जा चुका था।

गोरखपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया नाबालिग लड़की के अपहरण सहित अन्य मामलों में मोहम्मद कैफ पर नौ अप्रैल को केस दर्ज हुआ था। उसकी तलाश में पुलिस टीम गई थी जब उसे पता चला कि पुलिस आई है तो वह कूद कर भागने लगा जिसमें यह घटना हो गई। इसमें पुलिस की कोई गलती है या नहीं इसकी जांच एसपी सिटी से कराई जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़