राजनीति से प्रेरित थी जज लोया मामले की जांच याचिका, राहुल मांगें माफी: भाजपा

BJP ask Rahul to apologizes on Loya issue
[email protected] । Apr 19 2018 8:58PM

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये राजनीति से प्रेरित केस था, जनहित प्रेरित केस नहीं था।उन्होंने कहा कि भाजपा अदालत की कार्यवाही में पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ लगाये गए बेबुनियाद आरोपों की निंदा करती है।

नयी दिल्ली। जस्टिस लोया की मृत्यु के मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भाजपा और कांग्रेस में वार-पलटवार तेज हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह जनहित से प्रेरित मामला नहीं बल्कि राजनीति से प्रेरित मामला था जो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर लांछन लगाने के लिये दायर किया गया था। भाजपा ने मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस बारे में अमित शाह से माफी मांगनी चाहिए।भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अदालत ने कहा है कि राजनीतिक आधार पर राजनीतिक लड़ाई लड़ी जानी चाहिए। इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि मामला हमारे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई के रूप में लड़ा गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी से अपील करता हूं कि राजनीति लड़ाई कोर्ट के गलियारे में नहीं लड़े।’’ 

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये राजनीति से प्रेरित केस था, जनहित प्रेरित केस नहीं था।उन्होंने कहा कि भाजपा अदालत की कार्यवाही में पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ लगाये गए बेबुनियाद आरोपों की निंदा करती है। प्रसाद ने आरोप लगाया कि ये केस जनहित से जुड़ा मामला नहीं था, यह कांग्रेस का केस था और इसको भाजपा और भाजपा अध्यक्ष के अहित के लिए दायर किया गया था। उन्होंने भी मांग की कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चार न्यायिक अधिकारियों की रिपोर्ट की जांच की गई और अदालत ने कहा है कि प्रक्रिया का पालन किया गया था। रविशंकर ने कहा कि राहुल जी आज मुझे आपसे कहना है कि आपको आज के कोर्ट के फैसले पर क्या कहना है। जनता के बीच बार-बार हारने के बाद क्या अब आप कोर्ट के गलियारों से अपने राजनीति को आगे बढ़ाएंगे। 

उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी नहीं मानना चाहती है तो इस पर भी राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए।भाजपा पर अदालत के आदेश को गलत तरीके से पेश करने के कांग्रेस के आरोप के बारे में एक सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के लोग अदालत का फैसला पढ़ना ही नहीं चाहते हैं तब वे क्या कर सकते हैं । इस पर तो कांग्रेस और राहुल गांधी को जवाब देना होगा । उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई करने वाले विशेष न्यायाधीश बी एच लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु के कारणों की स्वतंत्र जांच के लिये दायर याचिकायें आज तीखी टिप्पणियां करने के साथ् खारिज कर दी। न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि न्यायाधीश की स्वाभाविक मृत्यु हुयी थी और इन याचिकाओं में न्याय प्रक्रिया को बाधित करने तथा बदनाम करने के गंभीर प्रयास किये गये हैं।

शीर्ष अदालत ने कहा कि न्यायाधीश लोया के निधन से संबंधित परिस्थितयों को लेकर दायर सारे मुकदमे इस फैसले के साथ समाप्त हो गये।इससे पहले कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि न्यायाधीश लोया की मौत की परिस्थितियों की निष्पक्ष जांच कराने की जनता की मांग के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर हमला करने के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्णय का गलत अर्थ निकालने का भाजपा का प्रयास उसकी बेचैनी को प्रदर्शित करता है। भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हम उच्चतम न्यायालय के आदेश का गलत अर्थ निकालने के भाजपा के दुर्भावनापूर्ण प्रयासों को खारिज करते हैं और उसकी निंदा करते हैं।

 गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सर्वोच्च अदालत ने जज लोया की मृत्यु की जांच संबंधी याचिका को न केवल खारिज किया बल्कि मंशा पर भी सवाल उठाया, साथ ही राजनीतिक लड़ाई में कोर्ट का दुरूपयोग करने से भी आगाह किया। उन्होंने कहा, ‘‘ यह फैसला गंभीर संदेश देता है कि राजनीति विद्वेष से आरोप लगाकर न्यायपालिका को भ्रमित नहीं किया जा सकता है ।’’।केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस फैसले पर कहा कि सत्यमेव जयते, सत्य की जीत हुई है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को बदनाम करने की षड्यंत्र और साजिश नाकाम हुई है । राहुल गांधी, सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी को देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए। 

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस मुद्दे पर दायर ‘पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन’ वास्तव में ‘पालिटिकल इंटरेस्ट लिटिगेशन’ था और यह राजनीतिक मकसद से याचिका दायर की गई थी और इस याचिका के पीछे अदृश्य हाथ था। इस झूठी याचिका के पीछे राहुल गांधी का अदृश्य हाथ था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता इस विषय पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने गए थे। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने राजनीति के स्तर को नीचा करने क काम किया और इसके लिये राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जी मैं आपसे कहना चाहूंगा कि आपने देश की जनता के विश्वास को खो दिया है, सत्ता आपके हाथ से चले जाने से हताशा आ गई है, इसी वजह से आप बदले की भावना से काम कर रहे हैं।भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी और अमन वर्मा ने कहा कि जज लोया की मौत के मामले की जांच संबंधी जनहित याचिका एक तरह का ब्लैकमेल और दुष्प्रचार का प्रयास था और इसका मकसद सत्ता से जुड़े लोगों को बदनाम करना था और इसके लिये कांग्रेस नेतृत्व को भाजपा अध्यक्ष से माफी मांगनी चाहिए।

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