बंगाल में भाजपा का डबल इंजन कभी शुरू ही नहीं होगा: तृणमूल कांग्रेस
मूल रूप से पूर्वी पाकिस्तान के रहने वाले मतुआ हिंदुओं में कमजोर वर्ग हैं जो विभाजन के दौरान एवं बांग्लादेश बनने के बाद भारत आये थे। उनमें से कई को नागरिकता मिल गयी और बहुतों नागरिकता नहीं मिली।
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मंत्री ने कहा, ‘‘... वे यह नहीं बता रहे हैं कि कैसे उसकी सरकार (भाजपा) रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के एजेंडे पर काम कर रही है। भगवा पार्टी बंगाल में भी कुछ ऐसा करना चाहती है। वह बस कोरपोरेट घरानों के हित में काम रही है। ’’ उन्होंने भाजपा पर मतुआ समुदाय के सदस्यों से झूठा वादा करने और उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में पिछड़ी जातियों के साथ भेदभाव बरते जाने का आरोप लगाया। हाल ही में उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में एक रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मतुआ समुदाय के सदस्यों को नागरिकता देने का आश्वासन दिया था।
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मूल रूप से पूर्वी पाकिस्तान के रहने वाले मतुआ हिंदुओं में कमजोर वर्ग हैं जो विभाजन के दौरान एवं बांग्लादेश बनने के बाद भारत आये थे। उनमें से कई को नागरिकता मिल गयी और बहुतों नागरिकता नहीं मिली। चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित किये जाने के बारे में पूछे जाने पर बसु ने कहा, ‘‘ हम तैयार हैं। हमें चुनाव आयोग द्वारा घोषित चरणों की संख्या से कोई दिक्कत नहीं है। हम तो पिछले 10 सालों से 365 दिन लोगों के बीच हैं।
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