वाजपेयी को जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि, भाजपा ने शुरू किया फंड जुटाने का विशेष अभियान

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भाजपा ने सदस्यों और अन्य लोगों के छोटे से योगदान के माध्यम से धन जुटाने का अभियान शुरू करके इस अवसर को चिह्नित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई भाजपा नेताओं ने दान दिया और दूसरों से भी योगदान करने का आग्रह किया।

नयी दिल्ली| भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर शनिवार को उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई और पार्टी ने इस अवसर पर दान एकत्र करने के एक विशेष अभियान की शुरुआत की। साल 1924 में ग्वालियर में जन्में वाजपेयी दशकों तक भाजपा का चेहरा रहे। वर्ष 2014 से ही उनकी जयंती को सुशासन दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए राजधानी स्थित उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ का दौरा किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह और अमित शाह के अलावा भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी सदैव अटल जा कर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें ‘जनता का नेता’ बताया।

उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट के मुताबिक नायडू ने कहा, ‘‘भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी अनुकरणीय सांसद एवं लोकप्रिय राजनेता, कुशल प्रशासक, संवेदनशील राष्ट्रवादी कवि, ओजस्वी वक्ता और सबसे बढ़कर एक महान व्यक्तित्व थे।’’

उपराष्ट्रपति ने कहा कि वाजपेयी देश में संचार और सड़क के माध्यम से संपर्क क्रांति के प्रणेता रहे और उन्होंने प्रशासन को स्थानीय स्तर पर जनसामान्य के लिए सार्थक, सुगम और सुलभ बनाया तथा गावों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रशासन को गांवों तक आम लोगों के बीच पहुंचाया।

उन्होंने कहा कि लोगों को सभी स्तर पर सुशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक भारतीय को सशक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अटल जी की जयंती पर उन्हें याद कर रहा हूं। उनकी देश सेवा हम सभी के लिए प्रेरणा है।

उन्होंने भारत को मजबूत और विकसित बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों ने लाखों भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया।’’ इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक करोड़ छात्रों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने का अभियान शुरू किया। इकाना स्टेडियम में 60,000 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे गए।

इस कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘सोच कभी छोटी नहीं होनी चाहिए। सोच बड़ी हो तो यह आपके व्यक्तित्व को एक नया आयाम देगी। युवाओं को कभी भी निराशा को अपने जीवन में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए।’’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्हें (वाजपेयी को) पार्टी लाइन से परे सभी नेताओं का सम्मान और आदर प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘छह दशकों का उनका (वाजपेयी का) लंबा सार्वजनिक जीवन बेदाग था।’’

आदित्यनाथ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लखनऊ के लोक भवन में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। केंद्र द्वारा इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाने के साथ ही, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुशासन सूचकांक की शुरुआत की। गुजरात समग्र रैंकिंग में सबसे ऊपर है, उसके बाद महाराष्ट्र और गोवा हैं, जबकि उत्तर प्रदेश ने संकेतकों में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।

भाजपा ने सदस्यों और अन्य लोगों के छोटे से योगदान के माध्यम से धन जुटाने का अभियान शुरू करके इस अवसर को चिह्नित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई भाजपा नेताओं ने दान दिया और दूसरों से भी योगदान करने का आग्रह किया।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने भारतीय जनता पार्टी के कोष के लिए एक हजार रुपये दान दिए हैं। इस विशेष अभियान से राष्ट्र प्रथम का हमारा आदर्श और जीवन पर्यंत स्वार्थरहित सेवा की हमारे कार्यकर्ताओं की संस्कृति को और मजबूती मिलेगी।

भाजपा को मजबूत बनाने में योगदान दीजिए, राष्ट्र को मजबूत बनाने में योगदान दीजिए।’’ दानदाता पांच, 50, 100, 500 या 1000 रुपये के दान का विकल्प चुन सकते हैं।

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हमारे कार्यकर्ता इस विशेष अभियान के तहत लाखों लोगों से संपर्क करेंगे।नमो ऐप का ‘डोनेशन’ मॉड्यूल इस दान राशि को संग्रह करने का माध्यम बनेगा।दुनिया के सबसे बड़े राष्ट्रवादी आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए मैं जनता का आशीर्वाद मांगता हूं।’’ उन्होंने कहा कि यह अभियान 11 फरवरी को पार्टी के विचारक दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि तक चलेगा।

उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बूथ स्तर पर वाजपेयी के व्यक्तित्व और कार्य पर चर्चा करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। आयोजकों ने बताया कि राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में अटल युवा संकल्प यात्रा निकाली गई।

शुक्रवार शाम को, लखनऊ में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। वाजपेयी ने लखनऊ सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पंडित अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास ने अटल राम संकल्प, अपने अपने राम पर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह मौजूद थे।

शिवसेना नेता संजय राउत ने वाजपेयी की सराहना करते हुए कहा कि वह जवाहरलाल नेहरू के बाद एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें देश भर के लोगों ने सराहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अटल बिहारी वाजपेयी ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सबका साथ, सबका विकास लाइन वास्तव में उन पर सही बैठती है।’’

राउत ने कहा, ‘‘वाजपेयी भारत में एकमात्र दूसरे नेता थे, जिन्हें जवाहरलाल नेहरू के बाद पूरे देश में सराहा गया। चाहे वह नगालैंड हो या पुडुचेरी। हर जगह जनता ने वाजपेयी का सम्मान किया।’’ उन्होंने कहा कि वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी भाजपा के दो प्रमुख स्तंभ थे, जिन्होंने पार्टी को देश भर में फैलाने में मदद की।

इस बीच भुवनेश्वर से प्राप्त खबर के अनुसार ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें ‘‘महान दूरदर्शी’’ बताया। वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे पटनायक ने कहा कि दिवंगत भाजपा नेता ने अपने बहुमुखी व्यक्तित्व से पीढ़ियों को प्रेरित किया।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘अटल जी एक महान दूरदर्शी, उत्कृष्ट सांसद और प्रतिष्ठित नेता थे, जिनका बहुमुखी व्यक्तित्व पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।’’

एम्स-भुवनेश्वर में भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई जिसकी आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री ने रखी थी। वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारतीय संस्कृति अपनी सभ्यता की यात्रा के समय से ही हमेशा बहुलवादी रही है उसने विविधता का पोषण किय है।

उन्होंने वेदों और भगवद् गीता के श्लोकों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत एक सफल लोकतंत्र है, इसलिए नहीं कि यह संविधान में लिखा गया था, बल्कि इसने विविधता को स्वभाविक कानून के रूप में स्वीकार किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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