PM मोदी सहित भाजपा नेताओं ने सुषमा स्वराज की जयंती पर किया याद, दी श्रद्धांजलि
सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला कैंट में हुआ था। इससे पहले बृहस्पतिवार को सरकार ने ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का नाम बदल कर ‘सुषमा स्वराज भवन’ कर दिया। इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस कर दिया गया। ये दोनों संस्थान राष्ट्रीय राजधानी में स्थित हैं।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की 68वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह गरिमा की प्रतिमूर्ति थीं और जनता की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अटूट थी। मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री के साथ अपनी एक तस्वीर जारी करते हुए कहा, ‘‘ सुषमा जी को याद करते हुए । वह गरिमा की प्रतिमूर्ति थीं और जनता की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अटूट थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वह एक असाधारण सहयोगी एवं उत्कृष्ट मंत्री थीं। उनका भारतीय मूल्यों में गहरा विश्वास था और देश के लिए उनके सपने बड़े थे ।’’
Tributes to the brave martyrs who lost their lives in the gruesome Pulwama attack last year. They were exceptional individuals who devoted their lives to serving and protecting our nation. India will never forget their martyrdom.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2020
राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया- पूर्व विदेश मंत्री एवं भारतीय राजनीति की सशक्त हस्ताक्षर, सुषमा स्वराज जी की जयंती के दिन मैं उन्हें स्मरण एवं नमन करता हूँ। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में शुचिता का पालन किया और मूल्यों की राजनीति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता रही। उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। अमित शाह ने ट्विट किया कि एक असाधारण नेता सुषमा स्वराज जी को श्रद्धांजलि। एक अनुशासित कार्याकर्त्ता, एक प्रखर वक्ता और एक उत्कृष्ट सांसद, जिसने अपने आदर्शों पर कभी समझौता नहीं किया। वह हमेशा अपनी दयालु प्रकृति के लिए याद की जाएंगी।
Tributes to an exceptional leader Sushma Swaraj ji on her jayanti.
— Amit Shah (@AmitShah) February 14, 2020
A disciplined karyakarta, a fierce orator and an outstanding parliamentarian who never compromised on her ideals.
She will always be remembered for her kind nature & helping the distressed in their trying times.
सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला कैंट में हुआ था। इससे पहले बृहस्पतिवार को सरकार ने ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का नाम बदल कर ‘सुषमा स्वराज भवन’ कर दिया। इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस कर दिया गया। ये दोनों संस्थान राष्ट्रीय राजधानी में स्थित हैं।
पूर्व विदेश मंत्री एवं भारतीय राजनीति की सशक्त हस्ताक्षर, सुषमा स्वराज जी की जयंती के दिन मैं उन्हें स्मरण एवं नमन करता हूँ।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 14, 2020
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में शुचिता का पालन किया और मूल्यों की राजनीति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता रही। उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
अन्य न्यूज़