कर्नाटक में संघ से जुड़े बोपैया अस्थायी विधानसभाध्यक्ष नियुक्त, कांग्रेस भड़की
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने आज के.जी. बोपैया को कर्नाटक विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष (प्रो-टेम स्पीकर) नियुक्त किया। वह कल नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
बेंगलुरू। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने आज के.जी. बोपैया को कर्नाटक विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष (प्रो-टेम स्पीकर) नियुक्त किया। वह कल नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार सदन में शक्ति परीक्षण कराएंगे। वहीं, कांग्रेस ने राज्यपाल के इस कदम की निंदा की है। बोपैया आरएसएस से जुड़े रहे हैं। उन्हें राज्यपाल ने अस्थायी अध्यक्ष के तौर पर शपथ दिलाई। बोपैया 2009 से 2013 के बीच विधानसभा के स्पीकर रहे थे।
वह मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने 2011 में पिछली येदियुरप्पा सरकार की मदद के लिए विश्वासमत से पहले भाजपा के 11 असंतुष्ट विधायकों और पांच निर्दलीय विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था। उनके फैसले को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कायम रखा था लेकिन उच्चतम न्यायालय ने पलट दिया। शीर्ष न्यायालय ने कहा था कि बोपैया ने हड़बड़ी दिखाई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश गुंडु राव ने बोपैया की नियुक्ति पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि राज्यपाल का फैसला स्तब्ध करने वाला है। उन्होंने कहा, परंपरा यह रही है कि सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाता है। इस मामले में आरवी देशपांडे को बनाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, ''वजुभाई वाला जी को भाजपा के एजेंट के तौर पर काम करते देख कर दुख हो रहा है।’’ सामान्य तौर पर विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है ताकि वह नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएं। गौरतलब है कि कांग्रेस के आरवी देशपांडे नयी विधानसभा में सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं।
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