अविश्वास प्रस्ताव तो बहाना है, मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाना है
लोकसभा में प्रभावी संख्या 534 सदस्यों की है और भाजपा नीत राजग के पास 312 सदस्य हैं। बहुमत का आंकड़ा 268 का है।
नयी दिल्ली। संख्याबल अपने पक्ष में होने के कारण भाजपा को लगता है कि लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा उसे आम चुनाव के लिए अपने अभियान का लॉंच पैड उपलब्ध कराएगी और साथ ही उसे सत्तारूढ़ राजग के बाहर के दलों का समर्थन मिलने में भी मदद मिल सकती है। लोकसभा में प्रभावी संख्या 534 सदस्यों की है और भाजपा नीत राजग के पास 312 सदस्य हैं। बहुमत का आंकड़ा 268 का है।
भाजपा को उम्मीद है कि अन्नाद्रमुक , बीजद और टी आर एस जैसे क्षेत्रीय दल या तो उसका समर्थन करेंगे या अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से अनुपस्थित रहेंगे जिनके पास क्रमश : 37, 19 और 11 सदस्य हैं। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित भगवा दल के शीर्ष नेताओं ने अपने सहयोगियों और साथ ही अन्य दलों से भी संपर्क किया है। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने विश्वास जताया कि सरकार को नए दलों से समर्थन मिलेगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने संकेत दिया कि हो सकता है कि उनकी पार्टी अन्नाद्रमुक अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करे। वहीं , बीजद और टी आर एस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर कल चर्चा सात घंटे तक चलने का कार्यक्रम है जिसके बाद शाम लगभग छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तर होगा। संसद में हालांकि चर्चा का समय अक्सर निर्धारित अवधि से परे चला जाता है।
भाजपा पहले से ही प्रचार अभियान के मूड में है और प्रधानमंत्री मोदी देश के विभिन्न हिस्सों में रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि उनके जवाब से चुनावी अभियान को शक्ति मिलेगी। अगले लोकसभा चुनाव में 10 महीने से कम समय बचा है। कुमार ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के इस बयान का मजाक उड़ाया कि विपक्ष के पास अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में संख्याबल है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का गणित कमजोर है।
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