बीएमसी चुनाव: भाजपा और शिवसेना के बीच पोस्टर युद्ध
बृहन्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और महाराष्ट्र में नौ अन्य नगर निगमों के चुनाव करीब आने के साथ शिवसेना और भाजपा एक पोस्टर युद्ध में उलझती दिख रही हैं।
मुंबई। बृहन्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और महाराष्ट्र में नौ अन्य नगर निगमों के चुनाव करीब आने के साथ शिवसेना और भाजपा एक पोस्टर युद्ध में उलझती दिख रही हैं। ठाणे के विधायक संजय केलकर सहित जहां कुछ भाजपा नेताओं ने होर्डिंग लगाकर इन चुनावों में अपनी पार्टी से अकेले चलने की गुजारिश की है, वहीं उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने अपने लगाए बैनरों में बीएमसी में कुछ प्रमुख ढांचागत परियोजनाओं में कामयाबी का दावा किया है।
दिलचस्प है कि शिवसेना ने अपना चुनावी नारा ‘करन दखावले’ (हमने कर दिखाया) से बदलकर ‘क्या आपको पता चला’ (बीएमसी के लिए वर्तमान दौड़ में शिवसेना के विकास कार्यों के बारे में) कर लिया है। इस पार्टी ने 2012 के बीएमसी और 2014 के विधानसभा चुनावों में ‘करन दखावले’ नारे का उपयोग किया था। केलकर ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों में ठाणे और पुणे में लगाए गए होर्डिंग में यह बात झलकती है कि भाजपा का एक बड़ा वर्ग यह मांग कर रहा है कि पार्टी को इन नगर निकाय चुनावों में अकेले लड़ना चाहिए। यह गठबंधन तोड़ने को लेकर नहीं, बल्कि पार्टी के आगे बढ़ने के लिए अधिक अवसरों का सृजन करने के बारे में है।’’
शिवसेना प्रवक्ता नीलम गोरहे ने कहा, ‘‘दोनों पार्टियों में विस्तार की आकांक्षा रखने में कुछ भी गलत नहीं है। जैसा कि इस गठबंधन के बारे में अंतिम निर्णय उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा किया जाना है, ऐसे में हम किसी अन्य नेता द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में परवाह क्यों करें।’'
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