जैसे ही संभव होगा, दसवीं एवं बारहवीं के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएंगी: एचआरडी मंत्रालय
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के बारे में हाल में काफी अटकलें लगाई गई हैं। बोर्ड का 10वीं, 12वीं कक्षा के 29 विषयों की परीक्षा लेने को लेकर रूख वही है जिसकी घोषणा पहले ही की जा चुकी है। बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के बारे में रूख में कोई बदलाव नहीं आया हैपरीक्षा आयोजित की जायेगी।
बहरहाल, मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ हम 10वीं एवं 12वीं कक्षा के लिये बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की खातिर तैयार हैं जो देश में कोविड-19 के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के कारण लंबित है। यह परीक्षा उन 29 विषयों के लिये यथा-संभव समय पर आयोजित की जायेगी जो अगली कक्षा में प्रोन्नति और स्नातक कोर्स में दाखिले के लिये महत्वपूर्ण हैं। ’’ उन्होंने कहा कि छात्रों को परीक्षा आयोजित किये जाने से कम से कम 10 दिन पहले नोटिस दिया जायेगा। अधिकारी ने कहा, ‘‘ राज्यों से कहा गया है कि जिन विषयों की परीक्षा पहले ही ली जा चुकी है, उनकी मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू की जाए।’’ उन्होंने बताया कि सीबीएसई 29 विषयों की सूची से बाहर के विषयों में अंक देने या मूल्यांकन करने के लिये निर्देश जारी करेगा। गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 10वीं एवं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा आठ निर्धारित परीक्षा तिथियों को आयोजित नहीं की जा सकी थी। इसके अलावा, उत्तर पूर्व दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण भी परीक्षा चार तय परीक्षा तिथियों को नहीं ली जा सकी थी। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ चर्चा की थी।.@nptelindia's LIVE sessions are here to make learning convenient & engaging!
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 29, 2020
The sessions cover various categories like cutting edge technology, career choices, research areas and many more.
Click for more details: https://t.co/9nKdeMcvo2 pic.twitter.com/t1fmavzJPt
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सुझाव दिया था कि छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक दिया जाना चाहिए क्योंकि अभी लंबित परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि परीक्षा आयोजित करने में देरी के कारण दिल्ली के छात्र सबसे अधिक प्रभावित होंगे क्योंकि विभिन्न राज्यों के अपने अपने बोर्ड हैं। चर्चा के दौरान विभिन्न राज्यों ने अपने अपने राज्य बोर्ड से जुड़े विचार रखे। बिहार बोर्ड ने परिणाम घोषित करने एवं मूल्यांकन की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश जल्द ही इस बारे में फैसला करेगा। एचआरडी मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, अभी की स्थिति में इंजीनियरिंग और मेडिकल में दाखिले के लिये जेईई और नीट सहित प्रतियोगिता परीक्षा जून में आयोजित करने की योजना है। स्नातक संकाय में दाखिले के लिये विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) नये शैक्षणिक सत्र के लिये वैकल्पिक कैलेंडर पर काम कर रहा है जिसकी अधिसूचना एक सप्ताह में जारी किए जाने की उम्मीद है। इस मुद्दे पर अध्ययन करने के लिये गठित सात सदस्यीय पैनल ने सुझाव दिया कि स्नातक दाखिले की प्रक्रिया जुलाई-अगस्त में शुरू की जाए और नया सत्र सितंबर से शुरू हो। लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय नहीं हो सका है।
अन्य न्यूज़