Bangladesh Crisis पर चंद्रशेखर आजाद ने खड़े किए शेख हसीना पर सवाल, कहा- कभी-कभी हुकूमत खुद को मालिक समझ बैठती है
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि जब जनहित के मुद्दों पर सरकार विफल होगी तो इसका खामियाजा जनता को भी भुगतना पड़ेगा। हमें ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह का कोई नुकसान हमारे देश में ना हो... सरकार को विरोध को कुचलने के बजाय चर्चा करके उसे कम करने का प्रयास करना चाहिए।
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट पर आज़ाद समाज पार्टी-कांशीराम के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि बांग्लादेश की यह स्थिति कैसे हुई? कभी-कभी हुकूमत खुद को मालिक समझ बैठती है और वो जनता का मजाक बनाने वाले कानून बनाती है। जब जनहित के मुद्दों पर सरकार विफल होगी तो इसका खामियाजा जनता को भी भुगतना पड़ेगा। हमें ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह का कोई नुकसान हमारे देश में ना हो... सरकार को विरोध को कुचलने के बजाय चर्चा करके उसे कम करने का प्रयास करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: Akhil Bharat Hindu Mahasabha, Bajrang Dal और Dogra Front ने Bangladeshi Hindus को बचाने की लगाई गुहार
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में बताया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अभी सदमे में हैं और भारत ने उन्हें मदद का भरोसा दिलाते हुए आगे की रणनीति तय करने के लिए समय दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में जयशंकर ने कहा कि हसीना को भारत आए अभी चौबीस घंटे भी नहीं बीते हैं और वह सदमे में हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार हसीना को सदमे से उबरने के लिए समय दे रही है और इसके बाद वह उनकी आगे की रणनीति सहित अन्य मुद्दों पर उनसे बात करेगी।
इसे भी पढ़ें: Jan Gan Man: Pakistan, Afghanistan के बाद Bangladeshi Hindus पर हो रहा अत्याचार, अगला नंबर किस देश के हिंदुओं का होगा?
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया तथा अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई। समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद नेता काजोल देबनाथ ने यहां समूह की एक बैठक से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बर्बरता की कुछ घटनाओं को संकलित किया है, जिससे हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय चिंतित हैं।’’ देबनाथ ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दो हिंदू नेताओं की उत्तर-पश्चिमी सिराजगंज और रंगपुर में हत्या कर दी गई, जो हसीना की अवामी लीग पार्टी के नेता थे।
अन्य न्यूज़