2012 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को राजनीतिक पार्टी में बदलना गलत था: फूलका
संवाददाताओं से बात करते हुए फूलका ने कहा कि 2012 में अन्ना हजारे द्वारा शुरू आंदोलन की तरह मुहिम छेड़ने की जरूरत है। आप पार्टी छोड़ चुके कई लोगों तथा वकीलों, डॉक्टरों सहित अन्य को एकजुट होकर राजनीतिक दलों के समानांतर एक संगठन बनाना चाहिए।
नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ अधिवक्ता एच. एस. फूलका ने शुक्रवार को पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2012 में हुए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को राजनीतिक दल में बदलना ‘‘गलत’’ था। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार किया। संवाददाताओं से बात करते हुए फूलका ने कहा कि 2012 में अन्ना हजारे द्वारा शुरू आंदोलन की तरह मुहिम छेड़ने की जरूरत है। आप पार्टी छोड़ चुके कई लोगों तथा वकीलों, डॉक्टरों सहित अन्य को एकजुट होकर राजनीतिक दलों के समानांतर एक संगठन बनाना चाहिए।
I have resigned from AAP & handed over resignation to Kejriwal ji today. Though he asked me not to resign but I insisted.
— H S Phoolka (@hsphoolka) January 3, 2019
Will be briefing media tomorrow at 4pm at Press Club, Raisina Rd, New Delhi to explain the Reason of leaving AAP & my further plans.
फूलका ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को 2012 में राजनीतिक दल में बदलना गलत था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा, हालांकि सज्जन कुमार की दोषसिद्धि के बाद पंजाब के लोगों ने कहा है कि मैं किसी भी सीट पर चुनाव जीत सकता हूं।’’ फूलका 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों की कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को पिछले महीने दोषी करार दिया गया था।
यह भी पढ़ें: भाजपा का आरोप, कांग्रेस के लिये एक परिवार का हित सर्वोपरि
आप के पूर्व नेता ने कहा कि कांग्रेस नेता कमलनाथ और जगदीश टाइटलर को न्याय के कटघरे तक नहीं लाया जा सका है और यह लड़ाई साझा मंच के जरिए लड़ी जाएगी । फूलका ने कहा कि विधायक के तौर पर उनके इस्तीफे को पंजाब विधानसभा के स्पीकर ने स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अन्ना हजारे जैसा आंदोलन छेड़ना चाहिए। आप छोड़ चुके कई लोग और वकील, डॉक्टर सहित अन्य लोगों को एकजुट कर राजनीतिक दलों के समानांतर एक संगठन बनाना चाहिए।’’
अन्य न्यूज़