पी चिदंबरम को अपने परिवार को परेशान किये जाने की आशंका
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी़ चिदबंरम ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर आशंका व्यक्त की थी कि आईएनएक्स मीडिया प्रकरण मे उन्हें और उनके परिवार को लगातार परेशान किया जा सकता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी़ चिदबंरम ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर आशंका व्यक्त की थी कि आईएनएक्स मीडिया प्रकरण मे उन्हें और उनके परिवार को लगातार परेशान किया जा सकता है। उनकी यह आशंका आज पुत्र कार्ति की गिरफ्तारी के साथ ही सच हो गई। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदबंरम उच्चतम न्यायालय में अपने बेटे के मामले पर बारीकी से नजर रखे हैं। चिदबंरम और पार्टी में उनके सहयोगी तथा वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय पर राजनीतिक विद्वेष की भावना से उनके और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुये याचिका दायर की थी।
चिदबंरम ने अपनी याचिका में न्यायालय से अनुरोध किया था कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को उनके और उनके पुत्र सहित परिवार के अन्य सदस्यों को बार बार परेशान करके उनके खिलाफ ‘गैरकानूनी जांच’ करने से रोका जाये। हालांकि, चिदबंरम की याचिका पर शीर्ष अदालत में सुनवाई होने से पहले ही जांच ब्यूरो आज हरकत में आया और उसने कार्ति चिदबंरम को गिरफ्तार कर लिया। पेशे से वकील और स्वंय वरिष्ठ अधिवक्ता चिदबंरम ने याचिका में कहा है कि आईएनएक्स मीडिया मामले की स्थिति बहुत विचित्र है क्योंकि सीबीआई ने 15 मई 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी लेकिन जांच एजेन्सियों ने अपनी एक भी रिपोर्ट दाखिल नहीं की है जिसमे यह निष्कर्ष निकलता हो कि इस मामले में कोई अपराध हुआ है या फिर इससे कोई लाभ हुआ है।
चिदबंरम यह सोच कर दुखी हैं कि उनके पुत्र और उनके कारोबारी मित्रों को निशाना बनाया जा रहा है और जांच ब्यूरो तथा प्रवर्तन निदेशालय की सारी जांच पूरी तरह से नाटक है और इसमें जनता की नजरों में उनका और उनके बेटे का नाम बदनाम किया जा रहा है।
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