भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद तनाव, बंकर ध्वस्त
भारतीय सेना और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया जिसके बाद चीन के सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ के बंकरों को ध्वस्त किया।
भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों के बीच झड़प के बाद सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया जिसके बाद चीन के सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ के बंकरों को ध्वस्त किया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दोनों बलों के बीच तनातनी के बाद यह घटना सिक्किम के डोका ला जनरल क्षेत्र के लाल्टेन चौकी के पास जून के पहले सप्ताह में हुई जिससे भारत चीन सीमा पर तनाव पैदा हो गया।
सूत्रों ने कहा कि झड़प के बाद पीएलए ने भारतीय सीमा में घुसकर सेना के दो अस्थायी बंकर क्षतिग्रस्त किये। वर्ष 1962 में भारत चीन युद्ध के बाद से क्षेत्र भारतीय सेना तथा आईटीबीपी के अधीन है। आईटीबीपी सीमा की सुरक्षा में तैनात बल है जिसका अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर दूर शिविर है। एलएसी पर तनाव कम करने के प्रयास में भारतीय सेना ने दो बार चीन से फ्लैग मीटिंग में शामिल होने को कहा जिससे उसने इंकार किया। अंतत: चीनी पक्ष 20 जून को बैठक के लिए तैयार हुआ। सूत्रों ने कहा कि इसके बाद चीनी पक्ष ने अपने भारतीय समकक्षों को बताया कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं को तिब्बत में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
श्रद्धालुओं को 23 जून तक इंतजार करना पड़ा जिसके बाद वे सिक्किम की राजधानी गंगटोक लौटे, जो एकमात्र जगह है जहां भारत और चीन की सीमा को चिन्हित किया गया है। सूत्रों के अनुसार, चीनी पक्ष ने कहा कि एक पुल टूट गया है जिसके कारण श्रद्धालु सालाना यात्रा के लिए तिब्बत नहीं जा सकते। तिब्बत स्थित मानसरोवर जाने के लिए सिक्किम मार्ग 2015 में खुला था। यह पहली बार नहीं है जब सिक्किम-भूटान-तिब्बत के मिलने वाले इलाके डोका ला में ऐसा अतिक्रमण हुआ है। चीनी बलों ने नवंबर 2008 में इसी जगह भारतीय सेना के कुछ अस्थायी बंकर नष्ट किये थे। इसी साल चीन के हेलीकाप्टर उत्तराखंड के बाराहोटी इलाके के हवाई क्षेत्र में घुसे थे।
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