अर्नब गोस्वामी पर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले की होगी CID जांच
राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने दावा किया था कि रायगढ़ जिले में अलीबाग पुलिस ने बकाया राशि न दिए जाने के मामले की जांच नहीं की थी इसलिए अन्वय और उनकी मां को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।
मुंबई। टेलीविजन पत्रकार अर्नब गोस्वामी और दो अन्य द्वारा कथित रूप से बकाया राशि न देने पर 53 वर्षीय एक इंटीरियर डिजाइनर और उसकी मां के आत्महत्या करने के मामले की सीआईडी द्वारा पुनः जांच करने का आदेश महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को दिया। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने दावा किया था कि रायगढ़ जिले में अलीबाग पुलिस ने बकाया राशि न दिए जाने के मामले की जांच नहीं की थी इसलिए अन्वय और उनकी मां को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।
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देशमुख ने ट्वीट किया, “आज्ञा नाइक ने मुझसे शिकायत की थी कि अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक द्वारा बकाया राशि न दिए जाने के कारण उनके पिता और दादी ने मई 2018 में आत्महत्या कर ली थी और अलीबाग पुलिस ने इसकी जांच नहीं की थी।” राकांपा नेता देशमुख ने कहा, “मैंने इस मामले की जांच सीआईडी से कराने का आदेश दिया है।” इस महीने की शुरुआत में रिपब्लिक टीवी और दो अन्य के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था। कथित तौर पर अन्वय नाइक द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में कहा गया था कि आरोपियों ने उनके 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था इसलिए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा। रिपब्लिक टीवी ने आरोपों को खारिज कर दिया था।
आज्ञा नाईक यांनी मला तक्रारीत म्हटलं होतं की अर्णब गोस्वामींच्या @republic ने देणी थकवून त्यांच्या
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) May 26, 2020
वडिलांना व आजीला आत्महत्येस प्रवृत्त केलं ही बाब
अलिबाग पोलिसांनी नीट तपासली नाही. या केसमध्ये #CID कडून संपूर्णपणे नव्याने तपासाचे आदेश मी दिले आहेत.#MaharashtraGovtCares
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