प्रश्नपत्र लीक मामले में आखिरी गिरफ्तारी तक जांच जारी रहेगी: मुख्यमंत्री धामी

CM Dhami
प्रतिरूप फोटो
ANI

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को सख्त लहजे में कहा कि धांधली में शामिल अंतिम व्यक्ति के पकड़े जाने तक यह जांच जारी रहेगी।

देहरादून, 19 अगस्त। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को सख्त लहजे में कहा कि धांधली में शामिल अंतिम व्यक्ति के पकड़े जाने तक यह जांच जारी रहेगी। इस बीच, बहुचर्चित मामले में एसटीएफ ने अंकित रमोला नाम के एक और व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने यहां कहा कि उत्तरकाशी के रहने वाले रमोला को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने बताया कि पूर्व में बतौर मुख्य आरोपी गिरफ्तार उत्तरकाशी जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत के करीबी इस व्यक्ति ने प्रश्नपत्र लीक कराने सहित अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक लाने और ले जाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 14 अगस्त को हाकम सिंह की गिरफ्तारी हुई थी जिसके बाद भाजपा ने उसे पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। मामले में अब तक रमोला सहित 19 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उधर, मुख्यमंत्री ने साफ किया कि मामले में संलिप्त अंतिम व्यक्ति की गिरफ्तारी तक जांच जारी रहेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी को बख्शा नहीं जाएगा और आगे भी अगर किसी और जांच की जरूरत पड़ी तो सरकार उसके लिए तैयार है।’’ आरोपी हाकम सिंह के कई नेताओं और अधिकारियों से संबंधों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी का भी किसी के साथ आना-जाना हो सकता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपराध करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस बीच, हाकम सिंह के सोशल मीडिया पर नेताओं और अधिकारियों के साथ फोटो प्रसारित होने का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि किसी के साथ फोटो खिंचवाने से कोई अपराधी पुलिस से नहीं बच सकता।

सोशल मीडिया के जरिए सख्त संदेश देते हुए कुमार ने कहा, ‘‘अपराधी हमारे लिए केवल अपराधी है। उसकी भाषा, जाति, धर्म या क्षेत्र से अपराधी का अपराध कम नहीं हो जाता , न ही किसी के साथ फोटो खिंचवाने से कोई अपराधी पुलिस से बच सकता है।’’ उधर, हाकम सिंह की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि मामले में छोटी मछलियों को गिरफ्तार करने से कुछ नहीं होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहाकि उनके दवाब बनाने के बाद मुख्यमंत्री ने मामले में एसटीएफ जांच गठित की। उन्होंने कहा ‘‘मामले में गिरफ्तार हाकम सिंह के कई नेताओं और अधिकारियों से संबंध होने की बात सामने आ रही है वह एक छोटी मछली हैं।

जब तक इस मामले के असली आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।’’ अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि परीक्षा का लीक प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने पर अभ्यर्थियों से 12-15 लाख रुपये लिये जाते थे। पिछले साल चार और पांच दिसंबर को आयोग द्वारा तीन पालियों में स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गयी थी, जिसमें करीब 1,60,000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और इसमें 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे। मामले का खुलासा तब हुआ जब उत्तराखंड बेरोजगार संघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने 22 जुलाई को पुलिस महानिदेशक को भर्ती परीक्षा प्रकरण की जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक ने उसी दिन जांच एसटीएफ को सौंप दी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़