गो तस्करी मौत का मामला: पुलिस पर आरोपों की जांच के लिए समिति गठित
राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में गत शुक्रवार—शनिवार की रात गो तस्करी के संदेह में मारपीट के शिकार अकबर खान :28: को पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाने में की गई देरी के आरोपों की जांच के लिए आज उच्चस्तरीय समिति का गठन कर दिया गया।
जयपुर। राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में गत शुक्रवार—शनिवार की रात गो तस्करी के संदेह में मारपीट के शिकार अकबर खान :28: को पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाने में की गई देरी के आरोपों की जांच के लिए आज उच्चस्तरीय समिति का गठन कर दिया गया। राजस्थान पुलिस के महानिदेशक ओ पी गलहोत्रा ने बताया कि समिति इस आरोप की भी जांच करेगी कि खान की मौत पुलिस द्वारा की गई मारपीट से हुई।
उन्होंने बताया कि खान को अस्पताल ले जाने में की गई देरी और पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट किए जाने के आरोपों की जांच के लिये पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का चार सदस्यीय दल गठित कर दिया गया है।
यहां जारी एक बयान में पुलिस महानिदेशक गलहोत्रा ने बताया कि चार सदस्यीय दल विशिष्ट पुलिस महानिदेशक :कानून और व्यवस्था: एन आर के रेड्डी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी—सीबी) पी के सिंह, पुलिस महानिरीक्षक :जयपुर रेंज: हेमन्त प्रियदर्शी, राज्य नोडल अधिकारी :गाय सतर्कता: महेन्द्र सिंह चौधरी सब पहलुओं की जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट में यदि कोई खामी पाई गई तो दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायेगी।
घटना के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और घटना की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि भीड़ द्वारा मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार धर्मेन्द्र यादव और परमजीत सिंह को गत शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था और तीसरे आरोपी नरेश सिंह को कल गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपियों से पांच दिन के पुलिस रिमांड में पूछताछ की जा रही है।
अलवर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि स्थानीय पुलिस द्वारा मृतक के साथ मारपीट करने और पुलिस द्वारा उसे अस्पताल पहुंचाने में की गई देरी की जांच की जा रही है। पुलिस पर आरोप है कि अलवर के लालावंडी गांव में गत शुक्रवार—शनिवार की रात जब अकबर उर्फ रकबर से भीड़ ने गो तस्करी के संदेह में मारपीट की तो पुलिस ने उसे घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर स्थित रामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने में दो से ढाई घंटे लगाए।
अकबर उर्फ रकबर खान अपने साथी असलम के साथ गायें लेकर हरियाणा के नूंह जा रहा था। रामगढ़ इलाके के जंगल से गुजरने के दौरान भीड़ ने उन्हें पकड़कर उनकी पिटाई कर दी थी। अकबर खान की मौत हो गई थी तथा उसका साथी असलम घटनास्थल से बचकर निकल गया था। रामगढ़ थाने में शनिवार को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार रामगढ़ के विहिप गौ रक्षा प्रकोष्ठ के मुखिया नवल किशोर शर्मा ने पुलिस को रात 12.41 बजे :शनिवार: को घटना के बारे में सूचित किया।
पुलिस घटनास्थल पर रात करीब 1.15 बजे पहुंची। अकबर का बयान दर्ज कर उसे पुलिस थाने लाया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में पंजिका रजिस्टर के अनुसार शनिवार को सुबह चार बजे 28 वर्षीय मृत युवक को लाए जाने की सूचना दर्ज है। रामगढ़ के भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने मृतक की पिटाई और उसे अस्पताल ले जाने में देरी को लेकर स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
घटना के बाद भीड़ द्वारा कथित मारपीट की जांच कल जयपुर रेंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध और सतर्कता) को सौंपी गई है। पुलिस महानिरीक्षक (जयपुर रेंज) हेमंत प्रियदर्शी ने विश्वास दिलाया कि जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जायेगी। इधर, पुलिस ने पुराने पुलिस रिकार्ड में मृतक खान की पूर्व में गो तस्करी से जुडे़ अपराध में संलिप्तता पायी है।
अलवर के नौगांवा पुलिस थाने में अकबर उर्फ रकबर के खिलाफ 30 दिसम्बर 2014 को राजस्थान गौ वंश अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। नौगांवा थानाधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि मामले में वर्ष 2014 में चालान पेश कर दिया गया था।
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