जम्मू कश्मीर के गुमराह युवाओं से संवाद एजेंडा में शीर्ष पर रहेगा: सत्यपाल मलिक

communication-with-the-misguided-youth-of-jammu-kashmir-will-be-on-top-in-the-agenda-said-satyapal-malik
[email protected] । Aug 28 2018 8:55PM

जम्मू कश्मीर के नवनियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि जम्मू कश्मीर और शेष भारत के बीच खाई को पाटना और भटक चुके युवाओं से संवाद करना उनके एजेंडा में शीर्ष पर रहेगा।

नयी दिल्ली। जम्मू कश्मीर के नवनियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि जम्मू कश्मीर और शेष भारत के बीच खाई को पाटना और भटक चुके युवाओं से संवाद करना उनके एजेंडा में शीर्ष पर रहेगा। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान राजनीति को कम महत्व दिया जाएगा जबकि आम लोगों तक पहुंचना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी। विगत कई दशकों में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल का पद संभालने वाले पहले राजनीतिक नेता मलिक प्रशासन में बदलाव करने को तैयार हैं। 

इकहतर वर्षीय मलिक ने कहा, ‘‘मैं इस बात को सुनिश्चित करूंगा कि प्रशासन लोगों की बात किसी भी समय सुनने के लिये तैयार रहे और शासन के बारे में कोई शिकायत नहीं रहे। मैंने पहले ही उपायुक्तों से हर सप्ताह स्थानीय लोगों के साथ बैठक करने को कहा है और सलाहकारों को निर्देश दिया है कि वह लोगों से मिलने के लिये सप्ताह में एकबार हर जिला मुख्यालय में जाएं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल भवन जनता का भवन होगा।’’

जम्मू कश्मीर में फिलहाल राज्यपाल शासन है। आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर में उनके स्थानांतरण का कॉल आने के बाद उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह एक काम है। मैं जानता हूं कि यह चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन हर चुनौती एक नया अवसर पेश करती है। मुझे भरोसा है कि मैं इसे खुशहाल राज्य में बदलने के लक्ष्य को पूरा कर पाऊंगा।’’

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री कश्मीर के प्रति बेहद मित्रवत हैं और कश्मीर के बारे में उनकी बेहतरीन समझ है। उन्होंने मुझे सलाह दी है कि जितना हो सके लोगों तक पहुंच बनाऊं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या पंचायत चुनाव समेत स्थानीय निकायों के चुनाव कराना उनकी प्राथमिकता होगी तो उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर। आखिरकार स्थानीय निकायों को सशक्त बनाना लोगों के लिये जरूरी है। मैं इस बात को सुनिश्चित करूंगा कि जन प्रतिनिधियों को धन का मुक्त प्रवाह हो क्योंकि इसी तरीके से हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि विकास का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचे।’’

कई स्थानीय युवकों के आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि यह समस्या है। मेरे दिमाग में एक खाका है और मैं निश्चित तौर पर इस बात को सुनिश्चित करूंगा कि गुमराह युवाओं से संवाद हो और उन्हें पारिवारिक जीवन में वापस लाया जाए।’’

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़