टीकों की आपूर्ति के बारे में कंपनी की नीयत को लेकर शिकायत करना निराशाजनक: भारत बायोटेक

Bharat Biotech

हैदराबाद में स्थित भारत बायोटेक आंध्र प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, असम, जम्मू और कश्मीर, तमिलनाडु, बिहार, झारखंड और दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल समेत 18 राज्यों को कोवैक्सीन टीकों की आपूर्ति कर रही है।

नयी दिल्ली।  भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि कोविड टीकों की आपूर्ति के संबंध में कंपनी की नीयत को लेकर कुछ राज्यों द्वारा शिकायत किया जाना काफी निराशाजनक है। भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इला ने ट्वीट किया कि कंपनी पहले ही 10 मई को 18 राज्यों को कोवैक्सीन टीकों की खुराकें भेज चुकी है। उन्होंने लिखा, कम यातायात सुविधाओं के बावजूद 18 राज्यों को टीके की खुराकें पहुंचाई गई हैं। कुछ राज्यों द्वारा हमारी मंशा के बारे में शिकायत किया जाना निराशाजनक है। कोविड के चलते हमारे कईकर्मचारी काम पर नहीं आ रहे हैं, फिर भी हम आपके लिये लॉकडाउन के बीच हर समय काम कर रहे हैं। हैदराबाद में स्थित भारत बायोटेक आंध्र प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, असम, जम्मू और कश्मीर, तमिलनाडु, बिहार, झारखंड और दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल समेत 18 राज्यों को कोवैक्सीन टीकों की आपूर्ति कर रही है। इससे पहले, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि भारत बायोटेक ने दिल्ली सरकार को सूचित किया है कि वह राष्ट्रीय राजधानी को कोवैक्सीन की “अतिरिक्त” खुराकें नहीं उपलब्ध करा सकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोवैक्सीन का भंडार समाप्त हो गया है और नतीजतन 17 स्कूलों में बनाए गए करीब 100 टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है। 

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सिसोदिया ने कहा, “कोवैक्सीन निर्माता ने एक पत्र में कहा कि वह अनुपलब्धता के चलते दिल्ली सरकार को संबंधित सरकारी अधिकारी के निर्देश के तहत खुराकें उपलब्ध नहीं करा सकता है। इसका मतलब केंद्र सरकार टीके की आपूर्ति को नियंत्रित कर रही है।” उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को टीकों का निर्यात रोकना चाहिए और व्यापक पैमाने पर उत्पादन के लिए देश में दो टीका उत्पादकों के टीका फॉर्मूले को अन्य कंपनियों के साथ साझा करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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