कांग्रेस ने अपने चार बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की
कांग्रेस के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए दस्तावेजों के साथ एक पत्र सौंपा।
बेंगलुरु। कर्नाटक कांग्रेस ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर रहे और विधायक दल की बैठकों और विधानसभा से नदारद रहने वाले अपने चार बागी विधायकों को सोमवार को दलबदल रोधी कानून के तहत अयोग्य ठहराने की मांग की है। कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के समक्ष याचिका दायर कर रमेश जारकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमाथली और बी नागेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले पार्टी ने उन्हें चेतावनी जारी की थी।
Bengaluru: Former CM & Congress CLP leader Siddaramaiah along with Dep CM G Parameshwara & KPCC Pres Dinesh Gundu Rao met state assembly speaker, Ramesh Kumar petitioning to disqualify the four dissenting Congress MLAs, under the rules of anti-defection law yesterday. #Karnataka pic.twitter.com/Lep4I3le3R
— ANI (@ANI) February 11, 2019
कांग्रेस के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए दस्तावेजों के साथ एक पत्र सौंपा। सिद्धरमैया के साथ उपमुख्यमंत्री डॉ डी परमेश्वर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव भी थे। सिद्धरमैया जदएस कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं। बाद में, राव ने ट्वीट किया, ‘‘ सिद्धरमैया और मैंने माननीय विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपने चार विधायकों को दलबदल रोधी कानून के तहत अयोग्य करार देने के लिए याचिका दायर की है।’’ उन्होंने कहा कि कई बार नोटिस और व्हिप जारी किए जाने के बावजूद लगातार गैरहाजिर रहकर वे निर्देशों का उल्लंघन करते पाए गए हैं।
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कांग्रेस के चार विधायक 18 जनवरी को हुई विधायक दल की बैठक से नदारद थे और पिछले शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक में व्हिप जारी होने के बाद भी नहीं आए थे। इन चार विधायकों को अगर अयोग्य ठहराया जाता है तो राज्य में गठबंधन सरकार का संकट गहरा सकता है। दरअसल, दो निर्दलीय विधायक पहले ही सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा कर चुके हैं जबकि चार विधायकों को अयोग्य ठहराने से विधानसभा में गठबंधन की सीटें 113 रह जाएंगी जो बहुमत से सिर्फ एक सीट ज्यादा है।
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