कांग्रेस ने बिहार की जाले सीट से ‘जिन्ना से सहानुभूति रखने वाले’ को खड़ा किया है: गिरिराज सिंह

Giriraj Singh

परिसर में जिन्ना की तस्वीर को लेकर दो साल पहले उत्तर प्रदेश स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। उस समय अलगीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कहा था कि जिन्ना विश्वविद्यालय कोर्ट के संस्थापक सदस्य हैं और उन्हें छात्रसंघ का आजीवन सदस्यता दी गई है।

पटना।  केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को कांग्रेस-राजद महागठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने जाले सीट से मोहम्मद अली जिन्ना से ‘सहानुभूति’ रखने वाले को खड़ा किया है। उन्होंने साथ ही जानना चाहा कि क्या दोनों पार्टियां पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की विचारधारा का समर्थन करती हैं? उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव में दरभंगा जिले की जाले सीट पर कांग्रेस ने मसकूर अहमद उस्मानी को अपना उम्मीदवार बनाया है। सिंह ने उस खबर का संदर्भ दिया जिसके मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के कार्यालय में जिन्ना की तस्वीर उस समय मिली जब उस्मानी छात्रसंघ के अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने जिन्ना के समर्थक को टिकट दिया है जिसने देश के दो टुकड़े करा दिए।’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘अब महागठबंधन के नेताओं को जनता को जवाब देना चाहिए कि क्या वे भी पाकिस्तान के संस्थापक की विचारधारा का समर्थन करते हैं।’’ सिंह ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता जो इस राज्य पर राज करने का सपना देखते हैं, उन्हें इस बारे में बात करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जब राज्य के मुख्यमंत्री राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव थे तब बिहार सिमी का मुख्यालय बन गया था। 

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सिंह ने दावा किया कि महागठबंधन के नेता राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे इन पार्टियों के ‘भ्रम’ में नहीं आएं और ऐसा कुछ नहीं करें जो बिहार और देश के हित में नहीं हो।’’ उल्लेखनीय है कि परिसर में जिन्ना की तस्वीर को लेकर दो साल पहले उत्तर प्रदेश स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। उस समय अलगीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कहा था कि जिन्ना विश्वविद्यालय कोर्ट के संस्थापक सदस्य हैं और उन्हें छात्रसंघ का आजीवन सदस्यता दी गई है। परंपरा के अनुसार सभी आजीवन सदस्यों की तस्वीर छात्रसंघ कार्यालय में लगाई जाती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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