आनंंद शर्मा का मोदी पर तंज, कहा- PM को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने पीएम कार्यालय में अपने कामकाज की शुरूआत झूठ बोलकर, दुर्भावना के साथ काम करके तथा कांग्रेस नेताओं की आलोचना करके की।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस पर उच्चतम न्यायालय को ‘झूठा’ करार देने का आरोप लगाने के बाद, विपक्षी पार्टी ने रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए और उन्हें उच्चतम न्यायालय से ‘झूठ’ बोलने के लिए गंगा में डुबकी लगाकर प्रायश्चित करना चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है और यह रायबरेली की उनकी यात्रा के दौरान स्पष्ट हो गया। रायबरेली से संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी लोकसभा सदस्य हैं जहां मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उच्चतम न्यायालय को ‘झूठा’ दिखाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कोई भी टिप्पणी को तब गंभीरता से लिया जाता है जब टिप्पणी करने वाला शख्स सच बोलता है। उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री ने, पीएम कार्यालय में अपने कामकाज की शुरूआत झूठ बोलकर, दुर्भावना के साथ काम करके तथा कांग्रेस नेताओं की आलोचना करके की।’ शर्मा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह के दिए गए बयानों में दो करोड़ नौकरियां देना तथा हर नागरिक के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा कराना शामिल हैं। जिस व्यक्ति के डीएनए में सच नहीं है और सच के साथ पुरानी रंजिश हो, वह कभी भी सच नहीं बोल सकता है।’
मोदी के बयान और राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बारे में लोगों को बताने के लिए पूरे देश में भाजपा की पत्रकार वार्ताओं के सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा, ‘उन्हें 700 संवाददाता सम्मेलन करने दें, कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका रूख उजागर हो गया है और झूठ के लिए निंदा हुई है जो अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय तौर पर उजागर हुआ है। उन्हें पत्रकार वार्ता नहीं करनी चाहिए, बल्कि प्रायश्चित करना चाहिए। प्रधानमंत्री (इलाहाबाद) गए हैं और उनकी कैबिनेट को भी शामिल होना चाहिए।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि शायद गंगा अब भी साफ नहीं है। फिर भी कम से कम उन्हें वहां जाना चाहिए और डुबकी लगानी चाहिए। शायद उन्हें एहसास हो जाए कि उन्हें उच्चतम न्यायालय से झूठ नहीं बोलना चाहिए था।
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PM Narendra Modi in Andawa, Prayagraj: Prayagraj is a place which can also be called 'the temple of justice' in Uttar Pradesh. In the recent times, the game of building pressure on the judiciary has started. In such a situation, it's essential to alert the nation&young generation pic.twitter.com/oTgHWqTiNx
— ANI UP (@ANINewsUP) December 16, 2018
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने दावा किया कि रायबरेली में मोदी को सुनने के लिए लोग नहीं आए थे। उन्होंने कहा कि वह अपना भाषण शुरू करने से पहले लोगों से पूछते हैं। क्या उन्होंने नोटबंदी करने से पहले या जीएसटी लागू करने से पहले उनसे पूछा था या इजाजत ली थी? तिवारी ने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में स्थानों के नाम बदले जा रहे हैं, प्रधानमंत्री का नाम बदलकर ‘मिस्टर गुमराह’ कर देना चाहिए। उन्होंने मोदी पर रायबरेली में सोनिया गांधी का ‘अपमान’ करने का भी आरोप लगाया।
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