मनमोहन सिंह के खिलाफ टिप्पणी पर हंगामा: लोस दिनभर के लिए स्थगित
कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्ष दलों के सदस्य सदन की कार्यवाही शुरू होने के समय से ही गुजरात चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथित टिप्पणी का मुद्दा उठा रहे रहे थे।
नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के हंगामे तथा गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश चुनाव के रूझानों में जीत की ओर बढ़ने के रूझान पर भाजपा सदस्यों की नारेबाजी के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगत के बाद दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर दिनभर के लिये स्थगित कर दी गई। कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्ष दलों के सदस्य सदन की कार्यवाही शुरू होने के समय से ही गुजरात चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथित टिप्पणी का मुद्दा उठा रहे रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के कार्यस्थगत के नोटिस को अस्वीकार करते हुए कहा कि इस विषय को अन्य अवसरों पर उठाया जा सकता है।वाम दलों के सदस्यों को भी कुछ बोलते हुए देखे गये लेकिन हंगामे के कारण उनकी बातें सुनी नहीं जा सकीं। प्रश्नकाल शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने आंध्र प्रदेश में ओखी तूफान में मारे गए लोगों तथा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, नाइजीरिया, मिस्र एवं अन्य देशों में आतंकी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने मेक्सिको एवं ईरान में भूंकप में मारे गये लोगों के प्रति भी सदन की ओर से शोक व्यक्त किया। इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया, कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्षी दल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ टिप्पणी को लेकर अपनी बात रखने की मांग करने लगे। इसपर भाजपा सदस्य गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश चुनाव में भाजपा के जीत की ओर बढ़ने के रूझान को लेकर नारेबाजी करने लगे। शोर शराबा बढ़ता देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थिगत कर दी।
दोपहर बारह बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर सदन में वही नजारा देखने को मिला। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों को अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। लेकिन अपनी मांग नहीं माने जाने को लेकर कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी सदस्य आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य ‘पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान, नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे’ और प्रधानमंत्री मांफी मांगे के नारे लगा रहे थे। हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ने आवश्यक कागजात सभा पटल पर रखवाया। इसके बाद अध्यक्ष ने शोर शराबा कर रहे सदस्यों से सदन की कायर्वाही चलने देने का आग्रह किया।
अध्यक्ष ने कहा कि हमेशा इस तरह की मांग करना ठीक नहीं है। इस दौरान भाजपा सदस्यों को भी गुजरात में घर घर मोदी, हर हर मोदी के नारे लगाते सुना गया। वित्त मंत्री अरुण जेटली आम बजट से जुड़ी अनुदान की अनुपूरक मांगें पेश कीं। इसके अलावा मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद अधिनियम, श्रम मंत्री संतोष कुमार ने उपदान संदाय (संशोधन) विधेयक, स्वास्थ्य मंत्री ने जे पी नड्डा ने दंत चिकित्सा (संशोधन) विधेयक तथा वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्द्धन ने भारतीय वन (संशोधन) विधेयक पेश किया। शोर शराबा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने 12 बजकर 20 मिनट पर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थगित कर दी।
अन्य न्यूज़