रामभक्त कमलनाथ का दावा, बीजेपी से अधिक धर्म प्रेमी है कांग्रेस
मध्य प्रदेश की सियासत पर सवर्ण इन दिनों हावी हैं। राजनैतिक पार्टियां एक-दूसरे पर लगातार आरोप लगा रही है। ऐसे में काले झंडे दिखाए जाने का जिक्र लगातार हो रहा है।
नीमच। मध्य प्रदेश की सियासत पर सवर्ण इन दिनों हावी हैं। राजनैतिक पार्टियां एक-दूसरे पर लगातार आरोप लगा रही है। ऐसे में काले झंडे दिखाए जाने का जिक्र लगातार हो रहा है। मगर, सच्चाई क्या है? क्योंकि काले झंडे तो दोनों पार्टियों को बराबरी के साथ दिखाए जा रहे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में देखा गया है कि एससी/एसटी का विरोध कर रही जनता ने तो चुनाव से खुद को दूर रखने का ऐलान भी कर दिया है।
बीते दिन मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने पेटलावद और नीमच में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने बीते दिन एससी/एसटी एक्ट को लेकर दोहरा बयान देते हुए कहा कि हम संविधान के साथ हैं और सभी के साथ न्याय होना चाहिए और इस पर हम विचार कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि किसी के साथ अन्याय हो, हम न्याय के पक्षधर हैं।
इसी के साथ उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने धर्म का ठेका नहीं लिया है और ऐसे में राजनैतिक मंच पर धर्म लाने पर हम उनका विरोध करते हैं और वो हमसे ज्यादा धर्म प्रेमी नहीं हैं। हमें उनसे धर्म का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए। बता दें कि बीते कुछ दिनों से कांग्रेस की सियासत अब राम पर आ टिकी है और फिर कांग्रेस ने शिवराज द्वारा किए गए वादे- रामपथ को बनाने का वादा भी कर दिया।
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