कांग्रेस का सवाल, क्या गलवान घाटी पर भारत का दावा कमजोर किया जा रहा है?
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Jul 9 2020 2:58PM
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने टेलीफोन पर बात की जिसमें वे एलएसी से सैनिकों के ‘‘तेजी से’’ पीछे हटने की प्रक्रिया को पूरा करने पर सहमत हुए।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चल रहे गतिरोध के बीच कुछ इलाकों से चीनी सैनिकों के पीछे हटने की शुरुआत के बाद बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि क्या गलवान घाटी पर भारत के दावे को कमजोर किया जा रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी, क्या आप हमारे ही क्षेत्र में ‘बफर जोन’ बना रहे हैं? क्या आप हमारे जवानों को अपने ही सीमा में 2.4 किलोमीटर पीछे कर रहे हैं? क्या आप पीपी-14 के भारतीय क्षेत्र होने पर समझौता कर रहे हैं?’’
उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘‘ क्या आप गलवान घाटी पर भारत के दावे को कमजोर कर रहे हैं?’’ सुरजेवाला ने कहा कि भारत इन सवालों के जवाब मांगता है। गौरतलब है कि सीमा पर तनाव कम होने के पहले संकेत के रूप में चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में कुछ इलाकों से अपनी सीमित वापसी शुरू कर दी है। इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने टेलीफोन पर बात की जिसमें वे एलएसी से सैनिकों के ‘‘तेजी से’’ पीछे हटने की प्रक्रिया को पूरा करने पर सहमत हुए।Dear PM,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 9, 2020
1. Are you creating a “buffer zone’ in our own territory?
2. Are you pushing our forces back 2.4 KM in our territory?
3. Are you compromising on PP-14 being Indian territory?
4. Are you diluting India’s claim over Galwan Valley?
India demands answers. pic.twitter.com/pjugj6F9bL
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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