राफेल मुद्दे को कांग्रेस देश भर में गली-गली तक ले जाएगी: राहुल गांधी

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[email protected] । Oct 14 2018 11:33AM

राफेल सौदे के खिलाफ अपने अभियान को एक नया रूख देते हुए राहुल ने एचएएल के मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों से यहां संपर्क साधने की कोशिश की और आरोप लगाया कि आधुनिक भारत के संस्थानों पर हमला किया जा रहा तथा उन्हें नष्ट किया जा रहा।

बेंगलुरू। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को देश भर में गली - गली तक ले जाएगी। राहुल ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एयरोस्पेस के क्षेत्र में एक ‘‘सामरिक संपत्ति’’ बताते हुए मोदी सरकार पर इस सरकारी कंपनी को नष्ट करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने एचएएल के कर्मचारियों से कहा, ‘‘राफेल आपका अधिकार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे को भारत की गली - गली में ले जाएंगे, हम एचएएल के साथ खड़े होंगे और यह लड़ाई लड़ेंगे, हम वायुसेना के साथ खड़े होंगे और यह लड़ाई लड़ेंगे।’’ 

राफेल सौदे के खिलाफ अपने अभियान को एक नया रूख देते हुए राहुल ने एचएएल के मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों से यहां संपर्क साधने की कोशिश की और आरोप लगाया कि आधुनिक भारत के संस्थानों पर हमला किया जा रहा तथा उन्हें नष्ट किया जा रहा। उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसा नहीं होने दे सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राफेल आपका अधिकार है, आप 78 साल पुरानी कंपनी है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने इस सरकारी कंपनी के पूर्व एवं मौजूदा कर्मचारियों से बातचीत के बाद एचएएल मुख्यालय के पास मिंस्क स्कवायर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आपके पास विमान बनाने का अनुभव है।उन्होंने कहा, ‘‘आप 70 साल से अधिक समय से काम करते आ रहे हैं। यदि कोई यह सोचता है कि वे आपकी कब्र पर खड़े हो कर अपना भविष्य बना सकते हैं, तो ऐसा होने नहीं दिया जाएगा।’’ 

उन्होंने कहा कि सरकार का यह कहना पूरी तरह से हास्यास्पद है कि एचएएल के पास जरूरी अनुभव नहीं है। राहुल ने संवाददाताओं से बात करते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर आरोप लगाया कि वह फ्रांस गई हैं ताकि वहां इसे (सौदे में कथित भ्रष्टाचार को) ढंका जा सके, लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि सच्चाई सामने आ रही है...।उन्होंने कहा, ‘‘हम उस हर एक व्यक्ति के साथ खड़े होंगे, जो भारत की रक्षा कर रहा है...।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनके कहने का यह मतलब है कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है, उन्होंने कहा, ‘‘...मैं बहुत स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि भ्रष्टाचार हुआ है, रिश्वतखोरी हुई है, 30,000 करोड़ रूपये लिए गए और अनिल अंबानी को दिए गए तथा यह इन लोगों (एचएएल के कर्मचारियों) से छीना गया।’’ 

राहुल ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि वह इसे गहराई से समझते हैं कि वे लोग मर्माहत हैं और यह उनके लिए किसी भ्रष्टाचार या किसी अन्य चीज की तरह ही महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने अपने प्राण न्यौछावर किये हैं, जो लोग इस देश के लिए खड़े रहे, वे भावनात्मक रूप से परेशान महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनका अपमान किया गया है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि आपको तकलीफ पहुंची है और मैं आपकी अहसजता की इस स्थिति में आपके साथ खड़ा होना चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बातचीत की, उनमें से ज्यादातर की यह शिकायत है कि एचएएल के पास राफेल बनाने की क्षमता है लेकिन रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी को नष्ट करने की कोशिश की जा रही और इसके कर्मचारी आहत एवं निराश महसूस कर रहे हैं। 

राहुल ने कहा कि एचएएल ने देश के लिए शानदार काम किया है और हमारी हिफाजत करने तथा एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण देने के लिए देश इसका कर्जदार है।कार्यक्रम के बाद राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण एचएएल के पास अनुभव की कमी के बारे में बात करती हैं लेकिन क्या उन्होंने अनिल अंबानी के अनुभव के अभाव के बारे में कुछ कहा है, ‘‘जिन्होंने अपने जीवन में कभी एक विमान तक नहीं बनाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एचएएल का कोई कर्ज नहीं है जबकि उन पर (अनिल अंबानी पर) 45,000 करोड़ रूपये का कर्ज है। एचएएल 78 साल से काम कर रही है। वहीं, उनकी (अनिल अंबानी की) कंपनी 12 दिन पुरानी है। इसलिए उन्होंने (सीतारमण) ने उस व्यक्ति के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की जिसे अनुबंध मिला है। उन्हें एचएएल के अनुभव के बारे में बोलना होगा।’’ राहुल ने यह सवाल किया कि एचएएल से आर्डर क्यों छीन लिया गया, जबकि इसके पास सारे अनुभव थे।

उन्होंने पूछा, ‘‘उन्हें (एचएएल को) काम क्यों नहीं दिया गया ? अनिल अंबानी से एचएएल को नष्ट क्यों कराया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि कर्मचारी इस बात को लेकर आहत महसूस कर रहे हैं कि 78 साल की उनकी कड़ी मेहनत, देशभक्ति के बावजूद उन्हें अपमानित किया गया। राहुल ने कहा कि इसलिए पहली चीज यह है कि वे एचएएल को अपमानित करने को लेकर रक्षा मंत्री द्वारा माफी मांगे जाने की उम्मीद करते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि रक्षा मंत्री माफी मांगने नहीं जा रही हैं। ’’ उन्होंने कहा कि एचएएल भारत के आधुनिक संस्थानों में एक है और इसे भ्रष्टाचार के लिए नष्ट किया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनिल अंबानी की मदद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां उन लोगों की हिफाजत करने के लिए हैं जो राष्ट्र की रक्षा कर रहे हैं। सरकार से, हमें एचएएल को बचाना होगा।’’ बाद में, राहुल ने अपने ‘‘फेसबुक पेज’’ पर कहा कि एचएएल की क्षमताओं, उसके सामरिक महत्व पर उनकी अच्छी खासी बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि एचएएल के मौजूदा एवं पूर्व कर्मचारियों के साथ, भारतीय एयरोस्पेस उद्योग और राफेल घोटाले के घटनाक्रमों पर भी बातचीत हुई। गौरतलब है कि राहुल की बातचीत से पहले एचएएल ने शुक्रवार को अपने कर्मचारियों को उनके आचरण एवं अनुशासन पर दायित्वों की याद दिलाते हुए एक आंतरिक संदेश जारी किया था।

वहीं, एचएएल कर्मचारी संघ ने कहा कि कर्मचारियों से बातचीत की इजाजत मांगी गई थी लेकिन उन्होंने हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया क्योंकि उनका संगठन गैरराजनीतिक है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव ने कहा कि चर्चा का आयोजन कांग्रेस ने नहीं किया था बल्कि कुछ पूर्व कर्मचारियों सहित कुछ लोगों ने किया था जो एचएएल को नष्ट करने के सरकार के कदम से दुखी हैं। बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे, एम वीरप्पा मोइली, उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस प्रवक्ता जयपाल रेड्डी भी उपस्थित थे। राहुल ने राफेल सौदे को लेकर मोदी सरकार पर किए जा रहे अपने हमले के तहत यह बातचीत की।

उन्होंने आरोप लगाया कि फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन के साथ हुए इस सौदे में अनिल अंबानी की कंपनी को प्राथमिकता देकर एचएएल की अनदेखी की गई।गौरतलब है कि विपक्षी पार्टी सरकार पर इस सौदे से अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रही है। कांग्रेस इस बारे में भी जवाब मांग रही है कि सरकारी कंपनी एचएएल को इस सौदे में शामिल क्यों नहीं किया गया, जैसा कि संप्रग सरकार के दौरान सौदे को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान था। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एचएएल को अनुबंध नहीं देकर कर्नाटक के लोगों से रोजगार छीनने का आरोप लगाया है।साथ ही, राहुल यह कहते आ रहे हैं कि रिलायंस डिफेंस की जगह एचएएल को चुने जाने से राज्य में काफी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलता। 

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