नांदेड़ में जल जीवन मिशन के 15 ठेकेदारों को कालीसूची में डाला गया, 387 पर लगा जुर्माना

Jal Jeevan Mission
प्रतिरूप फोटो
UNICEF

एक अधिकारी ने बताया कि कुल 387 ठेकेदारों ने अपना काम अपेक्षित गति से नहीं किया है इसलिए नांदेड़ जिला परिषद ने इन ठेकेदारों पर आवंटित कार्य पूरा होने तक प्रति दिन 500 रुपये का जुर्माना लगाया है।

महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में जल जीवन मिशन का कार्य मिलने के बाद उसे शुरू नहीं करने वाले 15 ठेकेदारों को कालीसूची में डाला गया है, जबकि कार्य में विलंब के लिए 387 अन्य ठेकेदारों पर जुर्माना लगाया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

केंद्र के जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक ग्रामीण भारत के हर घर में नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पीने का पानी मुहैया कराना है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि नांदेड जिले में सितंबर 2020 में मिशन शुरू हुआ था और 1540 गांवों के घरों में पानी पहुंचाने की इस योजना के अंतर्गत 1234 कार्यों को किया जा रहा है।

एक अधिकारी ने बताया कि कुल 387 ठेकेदारों ने अपना काम अपेक्षित गति से नहीं किया है इसलिए नांदेड़ जिला परिषद ने इन ठेकेदारों पर आवंटित कार्य पूरा होने तक प्रति दिन 500 रुपये का जुर्माना लगाया है।

अधिकारी ने बताया कि 15 ठेकेदारों ने तय समय सीमा में काम भी शुरू नहीं किया और इसलिए उन्हें कालीसूची में डाल दिया गया है।नांदेड़ जिला परिषद की सीईओ मीनल कर्णवाल ने जल जीवन मिशन के तहत कार्यों की समीक्षा के लिए एक समिति नियुक्त की थी। अधिकारी ने बताया कि ठेकेदारों को कालीसूची में डालने और उन्हें दंडित करने का निर्णय समिति की समीक्षा के बाद लिया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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