एक दशक में हिम तेंदुए की संख्या दोगुना करने का लक्ष्य: प्रकाश जावड़ेकर
पयार्वरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हिम तेंदुआ पाये जाने वाले क्षेत्रों में शामिल भारत, नेपाल, रूस, मंगोलिया और किर्गिस्तान सहित अन्य देशों की साझा पहल पर हिम तेंदुओं की गणना के लिये प्रोटोकॉल को शुरु किया गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश में बाघों की संख्या में इजाफे के लिए बाघ संरक्षण अभियान की सफलता की तर्ज पर हिमतेंदुओं की संख्या बढ़ाने के लिए नेपाल, मंगोलिया, रूस सहित अन्य देशों के साथ मिल कर शुरु किये गये अभियान के तहत, अगले एक दशक में इस प्राणी की संख्या दो गुना तक बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इसे भी पढ़ें: तेज हुई बिग बॉस 13 को बैन करने की मांग, भाजपा विधायक ने जावड़ेकर को लिखी चिट्ठी
जावड़ेकर ने बुधवार को हिम तेंदुआ दिवस के मौके पर बफीर्ले पर्वतीय क्षेत्रों में पाये जाने वाले इस तेंदुये के संरक्षण और संवर्द्धन के लिये वैश्विक स्तर पर साझा कार्यक्रम (जीएसएलईपी) की शुरुआत करते हुये कहा कि 20 साल पहले बाघ की गणना करना एक कठिन काम माना जाता था, लेकिन भारत ने इसे संभव कर दिखाते हुये देश में प्रत्येक बाघ को गणना में शामिल कर लिया है। इस साल भारत में बाघों की संख्या 2976 हो गयी है। यह दुनिया में बाघों की कुल आबादी का 77 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हिम तेंदुआ पाये जाने वाले क्षेत्रों में शामिल भारत, नेपाल, रूस, मंगोलिया और किर्गिस्तान सहित अन्य देशों की साझा पहल पर हिम तेंदुओं की गणना के लिये प्रोटोकॉल को शुरु किया गया है। जावड़ेकर ने कहा कि मुझे विश्वास है कि बाघ संरक्षण की तर्ज पर ‘स्नो लेपर्ड रेंज’ के हम सभी सहयोगी देश मिलकर अगले एक दशक में हिम तेंदुओं की संख्या को दो गुना करने में सफल होंगे।
इसे भी पढ़ें: मेकदातु प्रोजेक्ट तुरंत खारिज किये जाने लायक: पलानीस्वामी
उल्लेखनीय है कि चीन और मंगोलिया क्षेत्र में सर्वाधिक हिम तेंदुये पाये जाते हैं। भारत में हिमालय क्षेत्र के चार राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और केन्द्र शासित क्षेत्र जम्मू एवं लद्दाख में हिम तेंदुओं की संख्या 400 से 700 के बीच है। जावड़ेकर ने इनकी गणना के महत्व का जिक्र करते हुये कहा कि जीव जंतुओं की वास्तविक संख्या का पता चलने पर इसमें बढ़ोतरी की स्वत:स्फूर्त लालसा मन में पैदा होती है। बाघों की संख्या को दो गुना करने में भी यही सोच मददगार बनी। उन्होंने इसी तर्ज पर हिम तेंदुओं के संरक्षण की दिशा में इनकी वास्तविक संख्या का पता करने को पहला और अनिवार्य कदम बताया। जावड़ेकर ने हिमालय क्षेत्र के प्राकृतिक पर्यावास को बेहतर बनाने में हिम तेंदुओं की अहम भूमिका का जिक्र करते हुये कहा कि हिम तेंदुआ संरक्षण कार्यक्रम की दो दिवसीय बैठक में इससे जुड़े सभी पहलुओं पर आधारित प्रोटोकॉल को लागू करने की कार्ययोजना तय की जायेगी।
Enumeration of Tigers was a difficult task 20 yrs ago but we made it possible. India now has 77% of world Tiger population. I am sure, with the cooperation of the range countries, the population of Snow Leopards will also be doubled in the coming decade.@moefcc @PIB_India pic.twitter.com/GOmawxISDL
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) October 23, 2019
अन्य न्यूज़