अच्छी खबर! आईआईटी मद्रास में देश का पहला ऑनलाइन बीएससी प्रोग्राम कोर्स लॉन्च

IIT Madras
अंकित सिंह । Jul 1 2020 11:36AM

ऑनलाइन पाठ्यक्रम को तीन अलग-अलग चरणों में पढ़ाया जाएगा। फाऊंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम। छात्र चाहे तो किसी भी चरण में अपना कोर्स छोड़ सकते है। उसके हिसाब से उन्हें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री मिल जाएगी।

ऑनलाइन पढ़ाई की चाहत रखने वाले लोगों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने डिजिटल माध्यम से आईआईटी मद्रास में देश का पहला ऑनलाइन बीएससी पाठ्यक्रम लॉन्च किया। यह डिग्री प्रोग्रामिंग एंड डाटा साइंस में कराई जाएगी। लॉन्चिंग के साथ ही iit-madras देश का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री प्रोग्राम चलाने वाला इंस्टीट्यूट बन गया। आपको बता दें कि हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी एनआईआरएफ की रैंकिंग में आईआईटी मद्रास को पहला स्थान मिला था। बीएससी प्रोग्राम कोर्स में 12वीं के छात्र जिसने दसवीं में अंग्रेजी एवं गणित की पढ़ाई की हो और कोई भी अन्य छात्र जो किसी और स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में नामांकित हो वह प्रवेश ले सकते हैं। फिलहाल इस पाठ्यक्रम के लिए वह छात्र भी प्रवेश ले सकते हैं जिन्होंने 2020 में 12वीं की परीक्षा पास की है।

पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफ़ेसर भास्कर रामामूर्ति ने बताया कि डाटा साइंस डिग्री कोर्स आज के समय की जरूरत है जो रोजगार को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। फिलहाल डाटा वैज्ञानिकों की मांग और जॉब मार्केट में उपयुक्त योग्य मानव संसाधन की कमी को देखते हुए इस पाठ्यक्रम को शुरू किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आईआईटी मद्रास द्वारा लॉन्च किया गया यह प्रोग्राम आने वाले दिनों में शिक्षा के क्षेत्र में गेमचेंजर साबित हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि साल 2026 तक इस क्षेत्र से सवा करोड़ रोजगार भी पैदा होंगे। इस कोर्स के बारे में बताते हुए प्रोफेसर रामामूर्ति ने कहा कि यह कोर्स उन लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है जो पहले से ही किसी क्षेत्र में काम कर रहे हैं और पढ़ाई छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि आप घर पर ही रहकर आसानी से यह कोर्स कर सकते है।

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इस मौके पर मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक ने कहा कि इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम को शुरू करते हुए मुझे बेहद ही खुशी का अनुभव हो रहा है क्योंकि आईआईटी मद्रास के इस कदम से भारत के छात्रों को आईआईटी की डिग्री पाने के साथ-साथ अपनी योग्यता को भी बढ़ाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन तकनीक के माध्यम से आईआईटी मद्रास छात्रों को तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराएगा। निशंक ने कहा कि भारत के साथ-साथ दुनिया भर के उद्योगों में प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस की मांग लगातार बढ़ती जा रही है और भविष्य में होने वाले औद्योगिक विकास में इस प्रोग्राम का बेहद महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। ऐसे में आईआईटी मद्रास का यह कदम भविष्य में नए पेशेवरों को तैयार करने में अपना अहम भूमिका निभाएगा।

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हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब आईआईटी मद्रास ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध करा रहा है। आईआईटी मद्रास 2005 से ही देश के कई एनआईआईटी के साथ मिलकर अनेक ऑनलाइन कोर्स चला रहा है लेकिन यह पहला डिग्री कोर्स है। फिलहाल प्रवेश को लेकर किसी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। प्रवेश के लिए 4 हफ्ते का ऑनलाइन कोर्स और असाइनमेंट पूरे करने होंगे। जो इन असाइनमेंट में पासिंग मार्क्स लाएंगे उन्हीं को क्वालीफायर एग्जाम में बैठने का मौका दिया जाएगा। ऑनलाइन पाठ्यक्रम को तीन अलग-अलग चरणों में पढ़ाया जाएगा। फाऊंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम। छात्र चाहे तो किसी भी चरण में अपना कोर्स छोड़ सकते है। उसके हिसाब से उन्हें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री मिल जाएगी।

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