कोरोना को परास्त करने के लिये देशवासी लॉकडाउन का पालन करना जारी रखें: उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने गुजरात में आंध्र प्रदेश के लगभग पांच हजार मछुआरों के फंसे होने के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर बात की।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिखाई दे रही संकल्प और प्रयासों की अभिनंदनीय एकता भविष्य के प्रति आशान्वित करती है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज जब केंद्र और राज्य सरकारें जीवन तथा आजीविका की रक्षा की दोहरी चुनौती के समाधान और कठिनाइयों को दूर करने के लिए सुविचारित कदम उठा रहीं हैं, हम सबसे अपेक्षित है कि हम कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और स्वच्छता जैसी प्रतिकारात्मक सावधानियां बरतें। उन्होंने सामुदायिक आयोजनों से बचने की अपील करते हुये कहा, ‘‘आइए हम अपनी यह एकता बनाए रखें और जब तक इस अभियान में विजय प्राप्त नहीं कर लेते तब तक अपने प्रयासों में एकनिष्ठ रहें।’’जरूरी है कि हम सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और हाथ धोते रहने जैसी सावधानियां बरतें, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने या सामुदायिक आयोजनों से बचें। आइए हम अपनी यह एकता बनाए रखें और जब तक इस अभियान में विजय प्राप्त नहीं कर लेते तब तक अपने प्रयासों में एकनिष्ठ रहें। #IndiaFightsCorona
— Vice President of India (@VPSecretariat) April 23, 2020
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इस बीच उपराष्ट्रपति ने गुजरात में आंध्र प्रदेश के लगभग पांच हजार मछुआरों के फंसे होने के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर बात की। उपराष्ट्रपति कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार नायडू ने शाह और रूपाणी को गुजरात के वेरावल और दो अन्य स्थानों पर मौजूद मछुआरों को लॉकडाउन के दौरान हो रही परेशानियों से अवगत कराते हुये उन्हें राज्य सरकार द्वारा दी गयी सुविधाओं की जानकारी ली। इस मुद्दे पर उन्होंने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से भी टेलीफोन पर बात की।
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