अदालतें शराब बंद कर खुशी खत्म करना चाहती हैंः राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यायपालिका की आलोचना करते हुए कहा कि आप लोगों की जिंदगियों से सभी खुशी खत्म करना चाहते हैं। लोकतंत्र में थोड़ी-सी खुशी तो रहने दीजिए।
मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि शराब पीने और उसकी बिक्री पर सरकार को फैसला करना चाहिए ना कि अदालत को। राष्ट्रीय और राज्यीय राजमार्ग के 500 मीटर के दायरे में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने वाले उच्चतम न्यायालय के हालिया आदेश का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा, ‘‘आप फैसला करने वाले कौन हैं।’’ राउत ने गत शाम एक पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘सरकार, ना कि अदालत को फैसला करना चाहिए।’’
राउत ने कहा, ‘‘अगर यह मामला है तो सबसे पहले उन जजों के क्लबों को बंद किया जाना चाहिए जिन्हें सरकार से सब्सिडी मिलती है। आप (न्यायपालिका) को सभी सुविधाएं मिलती हैं और फिर भी आप लोगों की जिंदगियों से सभी खुशी खत्म करना चाहते हैं। लोकतंत्र में थोड़ी-सी खुशी तो रहने दीजिए।’’ राउत ने अदालतों को ‘‘नए शासक’’ बताया। उन्होंने समारोह में दर्शकों से कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि अदालतें नए शासक बन गई हैं।’’ इस समारोह में शिवसेना पार्षद नीलम गोर्हे को ‘‘सर्वश्रेष्ठ’’ पार्षद के रूप में सम्मानित किया गया। अपने विवादास्पद बयान के लिए पहचाने जाने वाले सांसद ने ‘‘ऐसे फैसले देने वालों से’’ इस्तीफा देने और चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। राउत ने कहा, ‘‘हमें पता चल जाएगा कि उन्हें कितने वोट मिलते हैं।’'
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