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भारत बायोटेक की वैक्सीन की डिलीवरी शुरू, जानें किन-किन शहरों में पहुंचे टीके
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 13, 2021 15:22
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भारत बायोटेक ने 11 शहरों में कोवैक्सिन भेजी।कंपनी ने कहा कि उसने कोविड-19 का टीका गनवरम, गुवाहाटी, पटना, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, बेंगलुरु, पुणे, भुवनेश्वर, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ भेजा है।
नयी दिल्ली। भारत बायोटेक ने मंगलवार को अपना कोविड-19 का टीका ‘कोवैक्सिन’ देश के 11 शहरों में विमान के जरिये सफलतापूर्वक भेज दिया है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी। हैदराबाद की वैक्सीन कंपनी ने कहा है कि उसने भारत सरकार को इस टीके की 16.5 लाख खुराक मुफ्त में उपलब्ध कराई हैं। भारत बायोटेक ने बयान में कहा, ‘‘सरकार से 55 लाख खुराक का ऑर्डर मिलने के बाद कंपनी ने टीके की पहली खेप (प्रत्येक शीशी में 20 खुराक) भेज दी है।’’
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कंपनी ने कहा कि उसने कोविड-19 का टीका गनवरम, गुवाहाटी, पटना, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, बेंगलुरु, पुणे, भुवनेश्वर, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ भेजा है। कंपनी ने बुधवार को ब्राजील की कंपनी प्रेसिसा मेडिकैमेंटोस के साथ लातिनी अमेरिकी देश को वैक्सीन ‘कैंडिडेट’ की आपूर्ति के लिए करार भी किया हैं भारत बायोटेक ने कोवैक्सिन का विकास भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद तथा राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर किया है। इससे पहले भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने इसी महीने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा विनिर्मित ऑक्सफोर्ड की कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड तथा देश में विकसित कोवैक्सिन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।
टीकों के खिलाफ अफवाहों पर रोक लगाने के लिए केंद्र ने राज्यों को दिए यह निर्देश
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 25, 2021 17:42
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केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के साथ मिलकर 16 जनवरी से देश भर में दो टीकों की सहायता से कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया है।
नयी दिल्ली। कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता पर अफवाहों का सामना कर रहे केंद्र ने राज्यों को इस तरह की भ्रामक सूचना के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए कहा है। केंद्र ने राज्यों को सलाह दी है कि वे गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करें। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे एक पत्र में इसपर भी जोर दिया कि देश के राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण ने पाया है कि दोनों टीके - सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा निर्मित ‘कोवैक्सीन’ सुरक्षित हैं और रोग प्रतिरोधी क्षमता का निर्माण करते हैं। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के साथ मिलकर 16 जनवरी से देश भर में दो टीकों की सहायता से कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया है।
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केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह द्वारा तय की गई प्राथमिकता के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे में लगे कर्मियों को टीके लगाये जा रहे हैं और बाद में प्राथमिकता समूह 2 और 3 को टीका लगाया जाएगा। पत्र में कहा गया है, ‘‘मैं इस बात पर ज़ोर देना चाहूंगा कि देश में राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण ने दोनों टीकों को सुरक्षित और प्रतिरक्षात्मक क्षमता निर्माण करने वाला पाया है। यह रिपोर्ट सामने आयी है कि निराधार और भ्रामक अफवाहें सोशल और अन्य मीडिया पर प्रसारित हो रही हैं, जिनमें इन टीकों की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में संदेह पैदा किया जा रहा है।’’
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पत्र में कहा गया है, ‘‘विशेष रूप से निहित स्वार्थों से इस तरह की अफवाह फैलाने से आम लोगों के बीच अवांछित संदेह उत्पन्न हो सकता है। इसलिए, टीके की सुरक्षा और रोग प्रतिरक्षा क्षमता से संबंधित सभी प्रकार के निराधार अफवाहों पर रोक लगाने की आवश्यकता है।’’ भल्ला ने राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों से आग्रह किया कि वे इस तरह की अफवाहों के प्रसार पर रोक लगाने की कोई उपयुक्त व्यवस्था करें। भल्ला ने मुख्य सचिवों को राज्य सरकार के तहत संबंधित सभी प्राधिकारियों को निर्देश देने के लिए कहा कि वे कोविड-19 टीकों के बारे में ‘‘गलत सूचना’’ को रोकने के साथ ही तथ्यात्मक संदेशों को तुरंत प्रसारित करने के लिए आवश्यक उपाय करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए गए व्यक्ति या संस्था के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और भारतीय दंड संहिता, 1860 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
किसान और कृषि दोनों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है मोदी सरकार: नरेंद्र सिंह तोमर
- अंकित सिंह
- जनवरी 25, 2021 17:26
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किसानों के साथ 11वें दौर की वार्ता के बाद जब समाधान नहीं निकला तब मैंने किसान से कहा कि डेढ़ साल के लिए कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित कर देते हैं,SC ने स्थगित किया है तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि थोड़ा और समय दें ताकि उस समय में हम लोग बातचीत के जरिए हल निकाल सकें।
केंद्र द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान लगातार 60 दिनों से एक दिल्ली के बाहरी इलाकों में डटे हुए हैं। इन सबके बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बड़ा बयान दिया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक कृषि मंत्री ने कहा है कि सरकार किसान और कृषि दोनों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि PM नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विगत 6 वर्षों में किसान की आमदनी बढ़ाने, खेती को नई तकनीक से जुड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं और प्रयास किए गए हैं। MSP को डेढ़ गुना करने का काम भी PM के नेतृत्व में हुआ है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान को उसके उत्पादन का सही दाम मिल सके,किसान महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो सके इसलिए जहां कानून बनाने की आवश्यकता थी वहां कानून बनाए गए और जहां कानून में बदलाव की आवश्यकता थी वहां कानून में बदलाव भी किए गए। इसके पीछे सरकार और प्रधानमंत्री की साफ नीयत हैं। भले ही सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की बैठक हो चुकी है और सभी बैठक बेनतीजा रहे हैं। लेकिन कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उम्मीद है कि आने वाले समय में इसका समाधान निकल जाएगा। इस पर उन्होंने कहा कि किसानों के साथ 11वें दौर की वार्ता के बाद जब समाधान नहीं निकला तब मैंने किसान से कहा कि डेढ़ साल के लिए कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित कर देते हैं,SC ने स्थगित किया है तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि थोड़ा और समय दें ताकि उस समय में हम लोग बातचीत के जरिए हल निकाल सकें।सरकार किसान और कृषि दोनों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है,PM जी के नेतृत्व में विगत 6 वर्षों में किसान की आमदनी बढ़ाने,खेती को नई तकनीक से जुड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं और प्रयास किए गए हैं। MSP को डेढ़ गुना करने का काम भी PM के नेतृत्व में हुआ:कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर pic.twitter.com/9TLGOkqibO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2021
ममता बनर्जी का आरोप, भाजपा ने जय श्रीराम का नारा लगाकर नेताजी का अपमान किया
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 25, 2021 16:49
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और उस पर एक कार्यक्रम में जय श्रीराम का नारा लगाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस का अपमान करने का आरोप लगाया।
पुर्सुरा (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और उस पर एक कार्यक्रम में जय श्रीराम का नारा लगाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस का अपमान करने का आरोप लगाया। यह कार्यक्रम बोस की 125वीं जयंती के मौके पर आयोजित किया गया था। भाजपा को बाहरी लोगों का समूह और भारत जलाओ पार्टी बताते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा लगातार बंगाल की महान शख्सियतों का अपमान कर रही है और नेताजी भी ‘‘इस फहरिस्त में शामिल हो गए हैं।’’ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां एक रैली में कहा, ‘‘क्या आप किसी को अपने घर बुलाकर उसका अपमान करेंगे? क्या यह बंगाल या हमारे देश की संस्कृति है? अगर नेताजी के लिए नारे लगाए जाते तो मुझे कोई परेशानी नहीं होती।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मेरा उपहास उड़ाने के लिए उन्होंने नारे लगाए जिनका कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं था। देश के प्रधानमंत्री के सामने मेरा अपमान किया गया। यह उनकी (भाजपा) संस्कृति है।’’ सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर शनिवार को आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में जय श्रीराम के नारे लगाए जाने के बाद बनर्जी ने कार्यक्रम को संबोधित नहीं किया था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे।
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दल बदलुओं को विश्वासघाती बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले नेताओं को फिर कभी पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा। बनर्जी ने कहा, ‘‘जो (पार्टी) छोड़कर गए हैं, उन्हें पता था कि उन्हें आगामी चुनाव में टिकट नहीं मिलने वाला है। यह अच्छा है कि वे चले गए अन्यथा हम उन्हें निकाल देते.... जो पार्टी छोड़ना चाहते हैं, उन्हें जल्द से जल्द पार्टी छोड़ देनी चाहिए।

