दो खुराकों का टीका है covaxin, अनिल विज को पहली खुराक ही दी गयी थी: स्वास्थ्य मंत्रालय
कोवैक्सिन एक स्वदेशी संभावित टीका है जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक विकसित कर रही है। विज ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी।
संक्रमित होने की अनिल विज की घोषणा के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि टीका की दूसरी खुराक लेने के कुछ दिन बाद ही किसी व्यक्ति में संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण होता है। यह दो खुराकों वाला टीका है और मंत्री ने टीका की केवल एक ही खुराक ली थी। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री विज ने भी कहा कि दूसरी खुराक लेने के बाद एंटीबॉडी का निर्माण होने लगता है और पहली खुराक के 28 दिनों बाद दूसरी खुराक दी जाती है। इस बीच की अवधि में कोई सुरक्षा नहीं होती। 67 वर्षीय विज को 20 नवंबर को पहली खुराक दी गयी थी। विज ने कहा कि कोविड टीका कैसे काम करता है, इस बारे में विशेषज्ञ ही ज्यादा बेहतर तरीके से जानते हैं।The phase-3 trials are double-blinded and randomized, where 50% of subjects (participants in the trial) receive vaccine & 50% of subjects receive placebo: Bharat Biotech pic.twitter.com/Ask7G9w1Pm
— ANI (@ANI) December 5, 2020
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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताया गया कि दूसरी खुराक के बाद एंटीबॉडी बनने लगती है और दूसरी खुराक पहली खुराक के 28 दिनों बाद दी जाती है। और, दूसरी खुराक के 14 दिनों बाद पूरी तरह से एंटीबॉडी बनती है। इसलिए यह पूरा चक्र 42 दिनों का होता है। इस अवधि में कोई सुरक्षा नहीं होती है।’’ मंत्री से जब उनकी तबीयत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके गले में परेशानी है, बुखार और शरीर में दर्द है। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘लेकिन, कुल मिलाकर मैं ठीक हूं।’’ विज ने कहा कि वह कुछ दिन पहले पानीपत गए थे, जहां उन्होंने एक भाजपा नेता के साथ दो-तीन घंटे का समय व्यतीत किया था। वह भाजपा नेता भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
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