मुंबई में कोविड-19 टीकाकरण में बाधक बन रहा कोविन ऐप, 52 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों को ही लग सका टीका

Corona vaccine

बृहन्मुंबई महानगर पालिका के अधिकारियों ने कम लोगों द्वारा टीका लगवाने के लिए फिर से कोविन ऐप को जिम्मेदार ठहराया जो केंद्र सरकार ने टीकाकरण प्रबंधन के उद्देश्य से विकसित किया है।

मुंबई। मुंबई में कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे दिन बुधवार को 3,300 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन इनमें से केवल 52 प्रतिशत को ही टीका लगाया जा सका। अधिकारियों ने बताया कि कोविन ऐप में दिक्कतों के चलते ऐसा हुआ। उन्होंने कहा कि अब पंजीकृत कर्मियों के लिए सीधे आकर टीका लगवाने की अनुमति दे दी गई है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अधिकारियों ने कम लोगों द्वारा टीका लगवाने के लिए फिर से कोविन ऐप को जिम्मेदार ठहराया जो केंद्र सरकार ने टीकाकरण प्रबंधन के उद्देश्य से विकसित किया है। तकनीकी कारणों के मद्देनजर बीएमसी ने पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों को सीधे आकर टीका लगवाने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। 

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आंकड़ों के अनुसार बुधवार को केईएम अस्पताल में 362, डॉ बाबासाहेब अंबेडकर अस्पताल में 306 और रजवाड़ी अस्पताल में 236 स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड-19 का टीका लगवाया। इन सभी को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीका दिया गया और जे जे अस्पताल में 15 स्वास्थ्य कर्मियों को कोवेक्सीन टीका लगाया गया। लगातार तीसरे दिन जे जे अस्पताल में सबसे कम लोगों ने टीका लगवाया। बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने पीटीआई-से कहा कि कोविन ऐप में अब भी समस्याएं आ रही हैं, हालांकि कुछ तकनीकी खामियों को दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि बीएमसी ने निर्णय लिया है कि अब पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों को सीधे आकर टीका की खुराक लेने की अनुमति दी जाएगी भले ही वह उस दिन टीका लगवाने वालों की सूची में शामिल न हों।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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