तीन तलाक और सबरीमला पर भाजपा का दोहरा रवैया: सीताराम येचुरी
सीताराम येचुरी ने कहा कि भाजपा ने तीन तलाक विधेयक को संसद की प्रवर समिति के पास भेजने से मना कर दिया है। यह भाजपा की इस मामले में बदनियती को दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा से गुरुवार को तीन तलाक पर प्रस्तावित विधेयक को पारित किया गया।
नयी दिल्ली। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने केन्द्र सरकार द्वारा तीन तलाक प्रथा को प्रतिबंधित करने के लिये संसद में पेश विधेयक पर भाजपा पर महिलाओं के मामले में दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुये कहा कि सबरीमला मामले में भाजपा की महिलाओं के प्रति चिंता कहां गायब हो गयी। येचुरी ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016 के विरोध में शुक्रवार को आयोजित प्रदर्शन में कहा ‘‘अगर भाजपा महिलाओं की समानता के लिये चितिंत है तो फिर सबरीमला मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने का विरोध क्यों कर रही है। जबकि यह फैसला महिलाओं को समानता का अधिकार ही देता है।’’
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उल्लेखनीय है कि भाजपा सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को वर्जित बताने वालों का समर्थन कर रही है। जबकि केरल की वाम सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का पालन सुनिश्चित कराने की दलील देते हुये मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को स्थानीय प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित कर रही है। येचुरी ने कहा कि भाजपा ने तीन तलाक विधेयक को संसद की प्रवर समिति के पास भेजने से मना कर दिया है। यह भाजपा की इस मामले में बदनियती को दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा से गुरुवार को तीन तलाक पर प्रस्तावित विधेयक को पारित किया गया।
If women's equality is the concern what about all others abandoned by their husbands? Why is BJP opposing the implementation of the SC verdict on Sabarimala temple giving equal rights to women?
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 28, 2018
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