मथुरा में अपराधियों ने भी शुरू किया ‘कैशलेस लेनदेन’
नोटबंदी के बाद अपराधियों ने भी लूट खसोट की धनराशि ‘कैशलेस लेनदेन’ के जरिये शुरू कर दी है। क्षेत्राधिकारी अवनीश कुमार कहते हैं, ‘पिछले दो माह में ऐसे मामले सुनने में तो आए हैं।''
मथुरा। नोटबंदी के बाद अपराधियों ने भी लूट खसोट की धनराशि ‘कैशलेस लेनदेन’ के जरिये शुरू कर दी है। क्षेत्राधिकारी अवनीश कुमार कहते हैं, ‘पिछले दो माह में ऐसे मामले सुनने में तो आए हैं लेकिन पुलिस में मुकदमा एकाध ही दर्ज कराता है।’ उन्होंने कहा, 'कर्नाटक के एक चावल व्यापारी को एक ऐसे ही लुटेरों ने चावल का सौदा करने के लिए गोवर्धन बुलाया उसे बंधक बनाकर दो लाख रुपया आरटीजीएस के द्वारा अपने खाते में डलवाकर ही छोड़ा। छूटने के बाद व्यापारी ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने उक्त बैंक खाता सीज़ कराकर लुटेरों को खोजने का अभियान शुरू कर दिया है।’
कुमार बताते हैं कि सबसे ज्यादा आश्चर्य तो इस बात का है कि ऐसे अपराधी यह जानते हुए भी इस प्रकार से लूटने में कोई संकोच या भय का अनुभव नहीं कर रहे कि उन्होंने जो रास्ता चुना है उससे उनकी पहचान किया जाना बेहद आसान है। वे फिर भी अपने इरादों को अंजाम दे रहे हैं।
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