वाराणसी में हरियाली के लिए पौधारोपण के साथ लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कर रहे हैं सीआरपीएफ जवान

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वाराणसी में अर्धसैनिक बल के जवानों द्वारा 2019 में पौधारोपण का कार्य शुरू किया गया था और यह अभी भी जारी है। कमांडेंट ने कहा कि अब तक जिले में करीब 75,000 पौधे रोपे जा चुके हैं।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने क्षेत्र को हरा-भरा करने की कोशिशों के तहत अब तक 75,000 से अधिक पौधे लगाए हैं। वाराणसी स्थित सीआरपीएफ की 95 बटालियन के कमांडेंट अनिल कुमार बृक्ष कहते हैं, “हमारे जवान विभिन्न सामाजिक संगठनों और सरकारी विभागों के सहयोग से मंदिर, शहर के पार्कों, मठों, संस्थानों और स्कूलों में वृक्षारोपण का काम कर रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि वाराणसी में अर्धसैनिक बल के जवानों द्वारा 2019 में पौधारोपण का कार्य शुरू किया गया था और यह अभी भी जारी है। कमांडेंट ने कहा कि अब तक जिले में करीब 75,000 पौधे रोपे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के जवान पौधारोपण के साथ-साथ आम जनता को पर्यावरण की रक्षा करने और उसे बढ़ावा देने की शपथ भी दिलाते हैं। बृक्ष ने कहा, ‘‘समाज को जागरूक किए बिना पर्यावरण को संरक्षित नहीं किया जा सकता। मुख्य रूप से देश की युवा पीढ़ी और बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करना जरूरी है। हमें देश के बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की आदत डालनी होगी। उन्हें पर्यावरण के महत्व के बारे में बताना होगा, तभी आने वाली हर पीढ़ी अपने दायित्वों को समझ पाएगी।’’

सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा, ‘‘पौधों को लगाने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य उनकी देखभाल और संरक्षण करना है। हमारा प्रयास रहता है कि जितने पौधे लगाए जा रहे हैं, उनमें से अगर 50 प्रतिशत पौधे भी बच जाते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि होगी।’’ बृक्ष ने बताया कि पौधों को लगाने के बाद जवान आसपास के लोगों और बच्चों को उनके संरक्षण की शपथ दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने निगरानी दल भी बनाए हैं, जिसके सदस्य पौधों की देखरेख करने के साथ ही सूख चुके पौधों की जगह नये पौधे लगाते हैं।

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बृक्ष के मुताबिक, सीआरपीएफ ने वाराणसी में सृजन सामाजिक विकास न्यास, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और वन विभाग के सहयोग से साल 2019 में 10,000 पौधे लगाए थे, जिनमें सागौन, आम, अमरूद, आंवला, अशोक, गुड़हल, अर्जुन, नीम, जामुन आदि के पौधे शामिल थे। उन्होंने बताया कि 2020 में अशोक, जामुन, अमरूद, आंवला, आम आदि के 20,000 पौधे, जबकि 2021 में पाकड़, पीपल, बरगद, आंवला, आम, अमरूद, अशोक, अर्जुन, नीम और जामुन के 22,000 पौधे रोपे गए थे। बृक्ष के अनुसार, वर्ष 2022 में अब तक अशोक, गुड़हल, अर्जुन, नीम, जामुन, आंवला, आम, अमरूद, पाकड़, बेल और बरगद आदि के कुल 23,500 पौधे लगाए जा चुके हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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