श्रीनगर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू जारी, जनजीवन बाधित
हिंसा के मद्देनजर श्रीनगर के कुछ इलाकों और कशमीर के दो शहरों में आज भी कर्फ्यू जारी रहा और आज लगातार 47वें दिन भी घाटी के अन्य इलाकों में लोगों के एकत्रित होने पर रोक कायम रही।
श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से जारी हिंसा के मद्देनजर श्रीनगर के कुछ इलाकों और कशमीर के दो शहरों में आज भी कर्फ्यू जारी रहा और आज लगातार 47वें दिन भी घाटी के अन्य इलाकों में लोगों के एकत्रित होने पर रोक कायम रही। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आज शहर के निचले इलाकों के पांच पुलिस थाना क्षेत्रों में और ऊपरी इलाके के बटमालू और मैसूमा में कर्फ्यू जारी है। उन्होंने बताया कि दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है और पंपोर में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए आज कर्फ्यू लगाया गया।
मंगलवार को अधिकारियों ने स्थिति में सुधार को देखते हुए जम्मू और कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के कुछ इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया था। प्रतिबंध हटने से लोगों की आवाजाही शहर में शुरू हो गई, जिससे लाल चौक के आसपास काफी वाहन दिखे। हालांकि अधिकारी ने बताया कि घाटी के अन्य इलाकों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के अंतर्गत अब भी चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इस बीच, लगातार 47वें दिन कर्फ्यू, प्रतिबंध और अलगाववादियों द्वार बुलाई गई हड़ताल के मद्देनजर अब भी सामान्य जनजीवन पंगु बना रहा। दुकानें, निजी कार्यालय, शिक्षण संस्थान और पेट्रोल पंप बंद रहे जबकि सार्वजनिक वाहन भी सड़कों से नदारद रहे।
अधिकारी ने बताया कि इससे सरकारी कार्यालयों और बैंकों में उपस्थिति भी प्रभावित रही। पूरी घाटी में आज भी मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रही, वहीं प्रीपेड मोबाइलों पर आउटगोइंग सेवा भी बंद कर दी गई। अलगाववादी गुटों ने आज लोगों को गांवों और अन्य इलाकों में जरूरतमंद लोगों की सूची तैयार करने के लिए एक अभियान शुरू करने को कहा है। यह गुट वानी की मौत के खिलाफ विद्रोह प्रदर्शन के दौरान हुई नागरिकों की मौत पर पूरी घाटी में आंदोलन की अगुआई कर रहे हैं। दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में वानी की मौत के एक दिन बाद नौ जुलाई को शुरू हुई मुठभेड़ों में अभी तक दो पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 65 लोगों की मौत हो चुकी है और कई हजारों लोग घायल हुए हैं। सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक के नेतृत्व वाले अलगाववादी गुटों ने आंदोलन को 25 अगस्त तक बढ़ा दिया है।
अन्य न्यूज़