मुंबई में हल्की बारिश, 3 जून को उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात तट से टकरा सकता है चक्रवात
आईएमडी की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई के धारावी में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 31.46 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई।
मुंबई। अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद मुंबई और उसके आस-पास के कुछ इलाकों में सोमवार सुबह हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात में बदल सकता है और तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात तट से टकरा सकता है। मुंबई शहर, उसके उपनगरीय इलाकों और पड़ोस के ठाणे और पालघर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने से वहां के लोगों को गर्म एवं चिपचिपे मौसम से कुछ राहत मिली है। आईएमडी की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई के धारावी में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 31.46 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई। रविवार को भी, पुणे समेत राज्य के कुछ हिस्सों में आंधी आई और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी।
आईएमडी, मुंबई के मौसम विज्ञान के उप महानिदेशक के एस होसलिकर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, “महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में आंधी के साथ ही बारिश भी हुई, खासकर अंदरूनी इलाकों में।” सोमवार को सुबह चार बजे से मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) के कुछ हिस्सों में बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ ही बारिश हो रही है। लेकिन शहर के ज्यादातर हिस्सों में सुबह सात बजे के बाद से बारिश तेज हो गई। आईएमडी की वेबसाइट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में उपनगरीय सांताक्रूज मे 0.2 मिलिमीटर और दक्षिण मुंबई के कोलाबा में दो मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के मुताबिक बारिश संबंधी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
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महाराष्ट्र के मु्ख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मछुआरों से समुद्र में नहीं जाने की रविवार को अपील की थी। राज्य सरकार ने किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए कोंकण तट के पास सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। ठाकरे ने पिछले हफ्ते मॉनसून की तैयारी को लेकर सरकारी अधिकारियों, आईएमडी, बृहन्मुंबई महानगरपालिका, सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
1 June:
— K S Hosalikar (@Hosalikar_KS) June 1, 2020
Mumbai' first rainfall last night across city, mapped over Mumbai Mesonet rainfall monitoring system developed jointly by IITM, MCGM, IMD & other organization.
Its available on App too, launched last year under the guidance of MoES.#Mumbaiweatherlive@moesgoi @iitmpune pic.twitter.com/dwyhDQRQb7
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