सामाजिक तनाव के चलते दक्षिण कन्नड़ बंजर भूमि बनता जा रहा है : उपमुख्यमंत्री शिवकुमार
शिवकुमार ने स्थानीय नेताओं से रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, यह क्षेत्र कई मंदिरों का घर है और सुंदर समुद्री तट के लिए जाना जाता है, जो इसे एक अलग पर्यटन नीति के लिए आदर्श जगह बनाता है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने दक्षिण कन्नड़ जिले में समाज के विभिन्न समुदायों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताते हुए कहा है कि इसके चलते यह जिला एक बंजर भूमि बनता जा रहा है।
शनिवार को मंगलुरु से 40 किलोमीटर दूर पुत्तूर के कुम्बेट्टू में विधायक अशोक राय के राय एस्टेट्स और एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित अशोक जन-मन साड़ी वितरण कार्यक्रम में शिवकुमार ने यह बात कही और जोर दिया कि समुदायों के बीच शांति बहाली के लिए रोजगार सृजन बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा, दक्षिण कन्नड़ जिला एक बंजर भूमि बनता जा रहा है, सामाजिक तनाव और अन्य मुद्दों के कारण शैक्षणिक संस्थान अब बाहरी छात्रों को आकर्षित नहीं कर पा रहे हैं। कई स्थानीय बैंक बंद हो गए हैं, जिसके कारण हमारे युवाओं को सऊदी अरब, मुंबई और बेंगलुरु में रोजगार की तलाश करनी पड़ रही है।
शिवकुमार ने स्थानीय नेताओं से रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, यह क्षेत्र कई मंदिरों का घर है और सुंदर समुद्री तट के लिए जाना जाता है, जो इसे एक अलग पर्यटन नीति के लिए आदर्श जगह बनाता है। इतना ही नहीं मंगलुरु में सबसे बड़ा बंदरगाह होने के बावजूद यहां अच्छी सुविधाओं वाले पांच सितारा होटल नहीं हैं।
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