दिल्ली में कोरोना का कोहराम, MBBS छात्रों और इंटर्न की सेवा ले सकते हैं अस्पताल

Coronavirus

प्रशासन ने अस्पतालों को यह अनुमति उस वक्त दी है जब कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उन पर दबाव बढ़ गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

नयी दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे सभी अस्पतालों को अधिकृत किया है कि चिकित्सकों के सहयोग के लिए तय मानदेय पर एमबीबीएस के चतुर्थ एवं पंचम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों और इंटर्न की सेवाएं ली जा सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी 18 नवंबर की तारीख वाले आदेश में अस्पतालों को यह अनुमति दी गई है। प्रशासन ने अस्पतालों को यह अनुमति उस वक्त दी है जब कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उन पर दबाव बढ़ गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। 

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दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 7,486 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से 131 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के कुल मामले पांच लाख से अधिक हो गए और मृतकों की संख्या 7,943 हो गई। प्रशासन के आदेश के मुताबिक, कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली सरकार के निर्दिष्ट सभी अस्पतालों को अनुमति दी गई है वे ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के सहयोग के लिए एबीबीएस की चतुर्थ एवं पंचम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों, इंटर्न और बीडीएस चिकित्सकों की सेवा ले सकते हैं। इसके बदले इन छात्रों को आठ घंटे की ड्यूटी के लिए रोजाना 1000 रुपये और 12 घंटे की ड्यूटी के लिए 2000 रुपये की मानदेय राशि दी जाएगी। आदेश में कहा गया है कि इंटर्न को मिलने वाली यह राशि उनके मानदेय के अतिरिक्त होगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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