अखिल भारतीय किसान सभा की मांग, गन्ना मूल्य 450 रुपए प्रति कुंटल की जाए

भारत सरकार कैपिटल द्वारा कैबिनेट द्वारा 2023-23 के लिए गन्ने का मूल्य ₹305 प्रति कुंतल निश्चित किए जाने पर अखिल भारतीय किसान सभा ने गंभीर आपत्ति दर्ज की है। सरकार का दावा कि पिछले कई वर्षों की तुलना में वर्तमान गन्ना लागत का समर्थन 305 रुपए प्रति क्विंटल की दर तय किया जाना एक बड़ी कामयाबी है। सरकार का यह दावा हास्यास्पद है। पिछले वर्ष की तुलना में 2.4 प्रतिशत गन्ना मूल्य का बढ़ाया जाना किसानों को गंभीर आघात पहुंचा रहा है। पिछले 1 वर्ष में डीजल, पेट्रोल, खाद कीटनाशक एवं खेती किसानी मैं इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों के के दाम 25% से अधिक बड़ गए। इसकी तुलना में 2.4% की खरीद वृद्धि किसानों की आय दोगुनी करने की सरकार की मंशा को दर्शाता है।
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव एवं स्वामीनाथन कमीशन के सदस्य अतुल कुमार कुमार अनजान देश के पांच करोड़ गन्ना किसानों को सीटू प्लस 50 के आधार पर ₹450 प्रति क्विंटल राम न्यूनतम दाम निर्धारित किए जाने की मांग की है। किसान सभा महामंत्री ने आगे यह भी कहा कि अब मात्र किसानों को गन्ना से पैदा हुई शक्कर के दामों में हिस्सेदारी नहीं चाहिए बल्कि गन्ना से मिलो मे पैदा होने वाली बिजली, शीरा अल्कोहल, बगांश और उससे बनने वाले कागज, दफ्ती से होने वाली आय में भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।